शिक्षकों को प्रशिक्षण देने अयोग्य कर्मचारियों की नियुक्ति: मामला राज्य विज्ञान शिक्षण संस्थान का - MP NEWS

जबलपुर
। मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के अध्यापक प्रकोष्ठ के प्रांतीय संयोजक मुकेश सिंह ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि राज्य विज्ञान शिक्षण संस्थान जबलपुर जो कि प्रदेश का एकमात्र प्रशिक्षण संस्थान है, जहां शासन द्वारा शासकीय शालाओं में कार्यरत शिक्षकों/ प्राचार्यो/ अध्यापकों को बीएड/एमएड (विज्ञान) का प्रशिक्षण दिया जाता है। 

शासन द्वारा यह प्रशिक्षण संस्थान इसलिए खोले गए थे कि शिक्षकों को बीएड/एम एड शिक्षण में परांगत कर शालाओं में भेजा जावे ताकि इसका लाभ छात्रों के भविष्य निर्माण में मिल सकती परंतु राज्य विज्ञान शिक्षण संस्थान जबलपुर में बीएड/एम एड करने वाले प्रशिक्षणार्थियों का दुर्भाग्य है कि संस्थान की प्रयोगशाला में विज्ञान शिक्षक न होकर सहायक शिक्षकों से पद विरुद्ध सहायक शिक्षक विज्ञान का कार्य लिया जा रहा है। जिन शिक्षकों को स्वयं ही प्रयोगशाला के संबंध में जानकारी नहीं है वे प्रशिक्षणार्थियों को प्रयोगशाला में कितनी मदद करेंगे ताकि बीएड/एम एड  करने वाले प्रशिक्षणार्थी छात्रों को कितनी गुणवत्ता युक्त शिक्षा दे सकेंगे।

संघ के मुकेश सिंह मनीष चौबे तरुण पंचोली नितिन अग्रवाल गगन चौबे प्रणव साहू राकेश दुबे गणेश उपाध्याय श्याम नारायण तिवारी राजकुमार सिंह मुकेश रजक बृजेश गोस्वामी मनीष लोहिया पवन ताम्रकार मनीष शुक्ला राकेश पांडे मो तारिक धीरेंद्र सोनी सुदेश पांडे विनय नामदेव प्रियांशु शुक्ला आदित्य दीक्षित आदि ने आयुक्त राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल मध्य प्रदेश को ईमेल के माध्यम से अवगत कराया है कि राज्य स्तर के राज्य विज्ञान शिक्षण संस्थान जबलपुर में पद विरुद्ध सहायक शिक्षकों के स्थान पर नियमित सहायक शिक्षक विज्ञान की पदस्थापना की जावे ताकि गुणवत्ता युक्त प्रशिक्षण प्राप्त हो सके।

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