आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और उसके दोनों बच्चों का शव फांसी पर लटका मिला - MP NEWS

विदिशा।
 मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में रविवार शाम करीब 5.30 बजे लटेरी थाने के अंतर्गत 27 साल की एक महिला रूपवती पत्नी विक्रम अहिरवार ने पहले अपने दोनों बच्चों को फांसी के फंदे पर लटकाया। इसके बाद खुद भी रस्सी का फंदा बनाकर उसमें लटक गई। इससे तीनों की मौत हो गई। उसकी बेटी सोनिका 3 साल और बेटा सचिन 3 साल के थे। यह महिला गांव की आंगनबाड़ी में सहायिका का काम करती थी। करीब 4 महीने पहले उसकी डिलेवरी हुई थी। उसने बेटे को जन्म दिया था लेकिन करीब 2 महीने पहले बीमारी के चलते उसके बेटे की मौत हो गई थी। इससे वह सदमे में आ गई थी।      

इसके बाद करीब 15 दिन पहले उसके पति का एक सड़क हादसे में पैर टूट गया था। इससे वह और ज्यादा परेशान हो गई थी। उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। झाड़फूंक और टोना-टोटका का भी सहारा ले रही थी। पुलिस के अनुसार डिप्रेशन में आने के कारण ही उसने पहले बच्चों को फांसी पर लटकाया फिर खुद भी उसमें लटक गई। घटना के समय उसका पति विक्रम अहिरवार गांव में चबूतरे में बैठने गया था। गांव के बाहर बाड़े में बने दूसरे घर से आई उसकी सास ने जब आंगनबाड़ी के पास बने घर पर आकर तीनों का फंदे पर लटके देखा। इसके बाद उसने गांव वालों की इसकी जानकारी दी। ग्रामीणों ने पुलिस का घटना के संबंध में सूचित किया।

पहले बच्चों को उतारा मौत के घाट: घटना के संबंध में एएसपी संजय साहू ने बताया कि यह घटना शाम करीब 4 से 6 बजे के बीच है। मृतक महिला रूपवती आंगनबाड़ी में सहायिका के तौर पर काम करती थी। 4 महीने पहले उसकी डिलेवरी हुई थी। 2 महीने पहले उसके बेटे की मौत हो गई थी। इससे वह डिप्रेशन में आ गई थी। इसके बाद सड़क हादसे में पति विक्रम का पैर टूटने से वह मानसिक तौर काफी परेशान थी।

ऐसी हालत में रूपवती ने पहले अपने दोनों बच्चों को फांसी का फंदा बनाकर लटका दिया। इसके बाद खुद भी फांसी पर झूल गई। इससे तीनों की मौके पर ही मौत हो गई थी। सूचना मिलने पर एफएसएल टीम मौके पर भेजी गई है। घटना के संबंध में पंचनामा बनाया गया है। अभी उसका पीएम नहीं हुआ है। पीएम सोमवार को कराया जाएगा।

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