ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों को भाजपा कार्यसमिति में जगह नहीं, मोर्चों में एडजस्ट करेंगे - MP NEWS

भोपाल।
मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के रसूख और भारतीय जनता पार्टी संगठन की रीति नीतियों के बीच चल रहे संघर्ष का फाइनल डिसीजन लगभग हो गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों को भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति में स्थान नहीं दिया जाएगा। उन्हें मोर्चा में एडजस्ट किया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद भोपाल वापस आ गए हैं। माना जा रहा है कि लिस्ट फाइनल हो चुकी है।

संगठन में सिंधिया का दबाव नहीं चलेगा

प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने दिल्ली रवाना होने से पहले भोपाल में प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत के साथ बंद कमरे में चर्चा की थी। इस दौरान सह संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भी मौजूद रहे। इस दौरान प्रदेश स्तर पर नई टीम को लेकर मंथन किया था। इससे पहले वीडी शर्मा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ भी सीएम हाउस में बैठक की थी। बातचीत के दौरान तय हुआ कि प्रदेश कार्यसमिति का गठन, संगठन की जरूरतों के हिसाब से किया जाएगा। ज्योतिरादित्य सिंधिया के दबाव में पदों का बंटवारा नहीं किया जाएगा।

10 उपाध्यक्ष और 10 प्रदेश मंत्री बनेंगे

पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रदेशाध्यक्ष की टीम में 10 उपाध्यक्ष और 10 प्रदेश मंत्री रहेंगे। प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद भदौरिया, उषा ठाकुर और बृजेंद्र प्रताप सिंह को संगठन से बाहर करने पर सहमति बन गई है। दरअसल, तीनों नेता शिवराज सरकार में मंत्री हैं। अब संगठन में इनकी जगह तीन नए लोगों को जगह दी जाएगी।

सिंधिया समर्थकों को मोर्चों में जगह

सूत्रों ने बताया कि संगठन में जातिगत समीकरण को ध्यान में रखकर संगठन में नियुक्ति पर ज्यादा फोकस किया गया है। इसके मद्देनजर सिंधिया के समर्थकों को कार्यसमिति में कम ही जगह मिलेगी, उन्हें मोर्चों में एडजस्ट किया जाएगा। ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक विधायकों को निगम-मंडल और संगठन में महत्वपूर्ण पद दिलवाना चाहते हैं।

5 साल से अटका हुआ है भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी का गठन

भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में पांच साल से बदलाव नहीं हुआ है। सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने नई टीम बनाई थी, लेकिन इसके बाद से अभी तक प्रदेश कार्यकारिणी का पुनर्गठन नहीं हो पाया है। चौहान के बाद सांसद राकेश सिंह को प्रदेश संगठन की कमान मिली थी, लेकिन वे भी टीम नहीं बना पाए थे। सिंह के बाद इसी साल फरवरी में सांसद वीडी शर्मा प्रदेश अध्यक्ष बने, लेकिन वे भी अभी तक कार्यकारिणी घाेषित नहीं कर पाए। हालांकि उपचुनाव के बीच शर्मा ने अपनी टीम में पांच महामंत्री भगवान दास सबनानी, रणवीर सिंह रावत, हरिशंकर खटीक,शरतेंद्रु तिवारी, कविता पाटीदार को शामिल कर लिया, लेकिन शेष कार्यकारिणी घोषित होने का इंतजार अभी भी है। 

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