मुकेश रंगानी और मुकेश अंबानी के 24 घंटों में क्या फर्क है, 1 मिनट में यहां समझिए - MOTIVATIONAL ARTICLE

शक्ति रावत।
कहते हैं, जिसने समय प्रबंधन सीख लिया, उसने जीना सीख लिया। क्योंकि जीवन में आगे बढऩे या यह कहें की सफलता की पहली शर्त होती है, टाइम मैनेजमेंट यानि समय प्रबंधन। हम सभी के पास 24 घंटे हैं, क्योंकि 25 वां घंटा ऊपरवाले ने बनाया नहीं, लेकिन इसी समय के अंदर कोई अपने जीवन में कहीं से कहीं पंहुच जाता है, और कोई जीवन में वहीं खड़ा रह जाता है, जहां वह था, या फिर पीछे चला जाता है। 

आप सोचते हैं, ऐसा क्यों होता है। आखिर क्या फर्क होता है, एक सफल और असफल इंसान के बीच। पहला और अंतिम सबसे बुनियादी फर्क है, समय की कद्र। हममे से ज्यादातर लोग अपना दिन किस तरह बिताते हैं, आप बेहतर तरीके से जानते हैं। दिनभर में समय का बड़ा हिस्सा उन कामों में खर्च हो जाता है, जिनका आपके भविष्य या सफलता से कोई लेना देना नहीं है। देर से सोना और देर से उठना ऐसे ही काम हैं। तो फिर क्या करें, कि समय का बेहतर प्रबंधन हो सके और आप यह कला सीख सकें। 

पहला नियम है कि, सबसे पहला काम सुबह जल्द उठने की आदत डालिये। दुनिया के सफल लोगों की दिनचर्या में यह आदत हमेशा शुमार रही है। क्योंकि समय से उठने पर ही आपका दिन और समय व्यवस्थित हो सकता है। आपके दिन में कुछ अतरिक्त घंटे जुड़ जाएंगे। 

दूसरा नियम है, अपने हर दिन के काम की लिस्ट तैयार कीजिये। इससे आपको जीवन में अपनी प्राथमिकताएं पता चलेंगीं, और यह भी जान पाएंगे, कि आपको कौन सा काम पहले करना है, और कौन सा बाद में। डे-प्लान हाथ में होगा तो दिमाग में उलझन भी कम होगी। 

तीसरा नियम कहता है, कि समय प्रबंधन के लिए खाने और सोने जैसे कामों का समय तय कीजिये। ये काम समय पर नहीं किये तो आपका दिन कभी व्यवस्थित नहीं हो सकता। 

चौथा और अंतिम नियम है, समय की बर्बादी रोको। पैसे की तरह ही समय का उपयोग आप दो तरीकों से कर सकते हैं, या तो उसे फिजूल खर्च कर दें, दोस्तों की गपशप में, सोशल मीडिया पर या फिर दूसरी बेकार की बातों में, और या फिर उसे अपने भविष्य और सपनों के लिए निवेश कर दें। यह ध्यान रखें, गया हुआ समय वापस नहीं लौटेगा, ऐसे में आप समय की बचत ही कर सकते हैं, उसकी बर्बादी को रोककर। 

मैं यह नहीं कहता कि दोस्त, सोशल मीडिया या गपशप जरूरी नहीं हैं, लेकिन अगर आप अपना पूरा दिन इन कामों में लगा देंगे, जैसा कि, आजकल ज्यादातर लोग कर रहे हैं, तो फिर आपके लक्ष्य के लिए समय कैसे बचेगा। समय का जितना बेहतर इस्तेमाल आप कर पाएंगे, जीवन में उतने ऊपर उठते जाएंगे। 

अब तक दुनिया में सफल हुए लोगों का इतिहास तो कम से कम यही कहता है, आगे आपकी मर्जी, लेकिन फिर आप ईश्वर को दोष नहीं दे सकते, क्योंकि उसने उतना ही समय आपका दिया है, जितना दूसरों को दिया है, समय प्रबंधन की कला जीवन में जितनी जल्दी सीखें, उतना फायदेमंद है।
-लेखक शक्ति रावत मोटीवेशनल स्पीकर हैं।

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