ग्वालियर। एसएएफ की 17वी बटालियन में पदस्थ आरक्षक ने देर रात क्वार्टर गार्ड की छत पर जाकर सर्विस राइफल से गोली मार ली। वारदात रात 10:15 बजे की है। गोली पेट में लगी, जिससे मौके पर ही आरक्षक की मौत हो गई। गोली की आवाज सुनकर साथी जवान मौके पर पहुंचे उन्होंने कोतवाली पुलिस को सूचना दी। आरक्षक को जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत बता दिया।
शहर कोतवाली टीआई उदयभान सिंह यादव ने बताया अनूप 48 पुत्र उमेश सिंह कुशवाह 17 बटालियन में आरक्षक के पद पर पदस्थ थे। शनिवार रात 12 बजे से उनकी ड्यूटी थी, लेकिन वे रात 9:45 बजे ही पहुंच गए थे। रात करीब 10:15 बजे वे सर्विस राइफल लेकर क्वार्टर गार्ड की छत पर गए। वहां पेट में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली पेट के पार हो गई। इससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। उधर गोली की आवाज सुनकर साथी जवान मौके पर पहुंचे तो आरक्षक का खून से लथपथ पड़ा था।
पुलिस को सूचना दी गई। कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरक्षक को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत बता दिया। उनके शव को पीएम के लिए डेड हाउस में रखवाया गया है। टीआई का कहना है कि पड़ताल करेंगे आखिर ऐसी क्या बात थी, जिसके चलते आरक्षक ने यह कदम उठाया। पड़ताल के लिए रात में ही एफएसएल अधिकारी डॉ अजय सोनी को भी बुलाया गया है।