भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ लगातार माफिया के खिलाफ अभियान की सफलता के दावे कर रहे हैं जबकि हकीकत यह है कि मध्य प्रदेश की राजधानी में रेत माफिया हर रोज बेखौफ दौड़ लगा रहा है। कोलार में एक बिना नंबर के डंपर को जब ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मचारियों ने रोका तो माफिया ने पुलिस वालों का अपहरण करने की कोशिश की। उसने पुलिस कर्मचारियों को धमकी दी कि यदि उसे रोकने की कोशिश की तो काटकर जंगल में फेंक जाएंगे।
कोलार डी-मार्ट के पास रेत से भरा ट्रक अंदर आ रहा था
कोलार पुलिस के अनुसार ट्रैफिक सिपाही सुरेंद्र सिंह भदौरिया अपने ट्रैफिक सूबेदार रितुराज के साथ सुबह गश्त पर थे। उन्होंने देखा कि नो एंट्री में कोलार डी-मार्ट के पास रेत से भरा ट्रक अंदर आ रहा था। उसको रोका तो वह रुका नहीं, रेत खाली करके जब वह वापस आया तो उसके ड्राइवर से अनुमती के कागजात मांगे।
कागज मांगने पर सिपाही को दी गालियां
इस पर ड्राइवर हबीब ने नाराज होते हुए कहा कि कागज नहीं हैं। उसके साथ और भी लोग थे। इसमें सोबरन नाम के व्यक्ति ने सिपाही सुरेन्द्र से झूमाझटकी करने लगा। उसने गालियां देते हुए कहा कि हमको जानते नहीं हो। उसने अपने साथियों से कहा कि इन दोनों को ट्रक में बिठा लो, कोलार के जंगल में मारकर फेंक देंगे।
माफिया से जान बचाकर भागी पुलिस
बाद में ट्रैफिक सूबेदार रितुराज और सिपाही जान बचाकर भागकर सोबरन ट्रक ड्राइवर समेत उसके साथियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा का मामला दर्ज कराया। जिस ट्रक से रेत लाई जा रही थी वो बिना नंबर का था। टीआई कोलार अनिल वाजपेयी ने बताया कि शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है।