IIFA TICKET के नाम पर 66 लोगों से एक करोड़ की ठगी

इंदौर। इंदौर भले ही देश का सबसे अच्छा शहर बनने जा रहा हो परंतु यहां ठगों का एक रैकेट हमेशा सक्रिय रहता है। देश विदेश के लाखों लोगों के साथ 3 की जा चुकी है। अब आइफा अवॉर्ड के नाम पर भी ठगी का एक मामला सामने आया है। एक शातिर बदमाश ने आइफा अवॉर्ड के टिकट के नाम पर 66 लोगों से करीब ₹10000000 की धोखाधड़ी की है।

धोखाधड़ी करने वाले बदमाश को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। आरोपी इंदौर में मार्च में होने वाले आईफा अवाॅर्ड के टिकट उपलब्ध कराने के नाम पर भी लोगों को टूर पैकेज बेचकर झांसे में ले रहा था। आरोपी के खिलाफ पलासिया पुलिस ने केस दर्ज किया है। क्राइम ब्रांच एएसपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि पुणे निवासी आरोपी जिग्नेश कुमार (25) को गिरफ्तार किया है।

वह छह महीने से इंदौर में लोगों को टूर एंड हॉलिडेे पैकेजेस के नाम पर कॉल सेंटर के जरिए फोन कर बुलाता। फिर इंदौर में होने वाले आईफा अवाॅर्ड के टिकट भी उपलब्ध करवाने का झांसा देकर उन्हें अपनी कंपनी के टूर पैकेज की बुकिंग करवा रहा था। इसने पलासिया इलाके में इग्नाईट कॉर्प सर्विस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का ऑफिस भी खोल लिया था। ये लोगों को प्रीमियम टूर एंड पैकेजेस सस्ते दामों में देकर उनके रुपए लेकर गायब हो गया था। 

ठगी का तरीका

आरोपी शहर के मॉल में घूमकर कंपनी का प्रमोशन करता था। लोगों को सस्ते टूर एंड हॉलिडे पैकेज उपलब्ध करवाने के लिए फ्री में आईफा अवाॅर्ड के टिकट, जिम मेंबरशिप, क्लब एंड रिसॉर्ट मेंबरशिप के ऑफर देकर उनसे फॉर्म भरवाकर उनकी निजी जानकारी व मोबाइल नंबर व पते हासिल कर लेता था। इसने खुद के ऑफिस में कॉल सेंटर खोल लिया था। पुलिस को जब इसके खिलाफ शिकायत मिली तो ये ऑफिस पर ताले डालकर भागने की फिराक में था। इसके कब्जे से कई लोगों के भरे फॉर्म, फाइलें, इग्नाइट कॉर्प सर्विस लिमिटेड कंपनी की सील, 17,500 रुपए, बैंकों के एटीएम कार्ड, शपथ-पत्र, आफर लेटर, मोबाइल सिम कार्ड, लैपटॉप, प्रिंटर एवं अन्य दस्तावेज मिले हैं।

खुलासा कैसे हुआ

उसके खिलाफ कर्मचारी यश भोंसले, चंचल वर्मा व अन्य ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई थी। कर्मचारियों ने बताया कि जिग्नेश की पलासिया चौराहा स्थित शेखर सेंट्रल में इग्निटी कॉर्प सर्विस के नाम से टूर एंड ट्रैवल्स एजेंसी है। वह ऑफिस से कॉल सेंटर भी संचालित करता है। यहां काम करने वाले युवक-युवतियों को फॉर्म लेकर मॉल्स में भेजता और ग्राहकों की निजी जानकारी भरवा लेता था। फिर कर्मचारियों से कॉल करवाकर उन्हें सस्ते पैकेज, जिम मेंबरशिप, होली डे पैकेज का झांसा देकर रुपए जमा करवा लेता था।

कर्मचारी सैलरी मांगने पहुंचे तो सामान पैक करता मिला

जानकारी के मुताबिक उसने अपने कर्मचारियों को भी वेतन नहीं दिया। बुधवार को कर्मचारी रुपए मांगने पहुंचे तो जिग्नेश सामान पैक करता मिला। कर्मचारियों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। इसके बाद पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में उसने लोगों के साथ धोखाधड़ी करने की बात कबूल की। डीआईजी रुचि वर्धन को सूचना की और आरोपित के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया। इस एजेंसी का मुख्यालय पुणे में है।

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