भोपाल। बैंक कर्मचारियों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का असर भोपाल में सर्वाधिक देखने को मिला। भोपाल की करीब 476 राष्ट्रीयकृत बैंकों की शाखाएं बंद रहीं। करीब पांच हजार बैंक कर्मचारियों के सड़कों पर उतरने से बैंक का कामकाज लगभग पूरी तरह से बंद रहा। लोग बैंकों से लेन-देन नहीं कर सके। एमपी नगर स्थित भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, आध्रा, देना, इलाहबाद बैंक सहित पुराने व नए भोपाल सहित बैरागढ़, कोलार, भेल की बैंक शाखाओं में लोग परेशान होते रहे। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के संयोजक वीके शर्मा ने बताया कि 100 प्रतिशत राष्ट्रव्यापी हड़ताल भोपाल सहित पूरे प्रदेश में सफल रही।
प्रदेश में 40 हजार बैंक अधिकारी-कर्मचारी हड़ताल पर रहे। इससे सात लाख करोड़ का बैंक व्यवसाय प्रभावित होने का अनुमान है। वहीं भोपाल में 1.5 लाख करोड़ का व्यवसाय प्रभावित हुआ है। 31 जनवरी और 2 फरवरी की हड़ताल की सूचना बैंक शाखाओं पर चस्पा की गई थी। हमारा उद्देश्य बैंक बंद कर लोगों को परेशान करना बिल्कुल नहीं है। केंद्र सरकार लंबित 12 सूत्रीय मांगें नहीं मान रही है। बार-बार चेतावनी के बाद भी बैंक कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण नहीं हो रहा है। इससे बैंक कर्मचारियों को सड़क पर उतर कर विरोध करना पड़ रहा है। पहले दिन शुक्रवार को रैली निकाल कर सभा की। शनिवार को भारतीय स्टेट बैंक की कमर्शियल शाखा मैदा मील पर प्रदर्शन किया जाएगा।
रैली के दौरान लगा जाम, परेशान हुए वाहन चालक
एमपी नगर जोन-1 प्रेस कॉम्प्लेक्स में बैंक कर्मचारियों की रैली निकलने से सड़कों पर ट्रैफिक जाम लग गया। पीक आवर समय में गायत्री शक्ति पीठ रोड, एमसीयू के सामने बैंक कर्मचारियों व अधिकारियों की भीड़ से वाहनों की कतार लग गई। बीडीए से रचना नगर अंडर ब्रिज तक वाहनों की कतार लगी रही। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
हड़ताल में बड़ी संख्या में शामिल हुई महिला कर्मचारी
हड़ताल में बड़ी संख्या में महिला बैंक कर्मचारी शामिल हुईं। दिव्यांग महिला बैंक कर्मचारी व्हील चेयर पर हड़ताल में शामिल होने आईं। रैली में मौजूद महिला कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की और मांगें नहीं मानने पर केंद्र सरकार को कोसा।