भोपाल। मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने आज भोपाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को रेत माफिया बताया। उन्होंने सीधा नाम तो नहीं लिया लेकिन यह जरूर कहा कि जिस ट्रक के पीछे 'चौहान' लिखा होता था उस ट्रक को कोई नहीं रोकता था। चौंकाने वाली बात यह है कि कमलनाथ सरकार ने पिछले 1 साल में शिवराज सिंह चौहान या उनके परिवार की किसी भी व्यक्ति के खिलाफ अवैध रेत उत्खनन मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई। चुनाव से पहले भी बयानबाजी होती थी और सरकार बनने के बाद भी सिर्फ बयानबाजी की जा रही है।
शिवराज सिंह शासनकाल में माफिया राज पनपा: मंत्री पीसी शर्मा
प्रदेश सरकार के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि भाजपा की 15 साल की सरकार में प्रदेश में माफियाराज पनपा है। याद दिला दें कि पिछले 15 साल में से 13 साल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान थे। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को टारगेट करते हुए मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि जिस ट्रक के पीछे 'चौहान' लिखा होता था, उसे कोई नहीं रोकता था। उन्होंने कहा कि प्रदेश में माफियाराज को खत्म करने का काम कमलनाथ सरकार कर रही है।
मध्य प्रदेश में कितने तरह के माफिया: मंत्री पीसी शर्मा ने बताया
मंत्री शर्मा ने कहा- पिछले 15 सालों में प्रदेश में माफिया राज आया था, जिसे खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कदम उठाए। पिछले 15 साल में भू माफिया, वसूली-फिरौती, मिलावट, ब्लैकमेल, रेत, माइनिंग, ट्रांसपोर्ट, सहकारिता माफिया पनपे। जीतू सोनी जैसे माफिया, जिन्होंने पत्रकारिता को भी शर्मसार किया। ऐसे माफिया पर कमलनाथ सरकार कार्रवाई कर रही है। प्रदेश में अलग-अलग 1053 मामलों में माफिया पर कार्रवाई की गई है। हमने इसकी शुरुआत शुद्ध के लिए युद्ध अभियान से की थी।
गुरुवार को शिवराज सिंह ने नर्मदा नदी से रेत के अवैध उत्खनन का मामला उठाया था
गुरुवार को सीहोर जिले के नसरुल्लागंज में आयोजित एक सभा में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा नदी से अवैध रेत उत्खनन का मामला उठाया था। इस सभा में उन्होंने सीहोर जिला कलेक्टर के घेराव की बात भी की थी।
बड़ा सवाल: सरकार बनने के बाद कार्रवाई क्यों नहीं की
मंत्री पीसी शर्मा का बयान मीडिया की सुर्खियां बन गया है लेकिन यदि ध्यान से देखें तो मंत्री पीसी शर्मा का बयान कमलनाथ सरकार को कटघरे में खड़ा करता है। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले भी कांग्रेस के कई नेता शिवराज सिंह चौहान एवं उनके परिवार पर रेत के अवैध उत्खनन का आरोप लगाते रहे हैं। कई बार प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सबूत भी जारी किए हैं। सवाल यह है कि सरकार बनने के बाद उन्हीं सबूतों के आधार पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई। विपक्ष में रहते हुए आरोप लगाते थे और अब सत्ता में आने के बाद भी विपक्ष के नेता की तरह आरोप लगा रहे हैं।