जबलपुर। द्वारका मठ एवं ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य, भारत के स्वतंत्र संग्राम सेनानी एवं हिंदुओं के धर्मगुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है। डॉक्टरों का कहना है कि उनके गले में इंफेक्शन है।
डॉक्टरों ने कहा 48 घंटे में सुधार की उम्मीद
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती अस्वस्थ हैं। सांस लेने में तकलीफ और सर्दी के कारण परेशानी के बाद उन्हें जबलपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हें एक निजी अस्पताल के AICU में एडमिट कराया गया है। वहां वो डॉक्टरों की सघन देखरेख में हैं। डॉक्टरों के मुताबिक फिलहाल उनकी हालत ठीक है और एक-दो दिन में उनकी हालत में सुधार होने की उम्मीद है।
अस्पताल में शिष्यों एवं शुभचिंतकों की भीड़
शंकराचार्य के अस्वस्थ होने और अस्पताल में भर्ती की खबर जैसे ही फैली, उनके शुभचिंतक और शिष्य चिंतित हो गए। शंकराचार्य को देखने और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना के साथ लोग अस्पताल पहुंचे। दूर-दूर से उनके शिष्य उनके हालचाल जानने आ रहे हैं। एमपी विधानसभा के अध्यक्ष एनपी प्रजापति भी शंकराचार्य को देखने अस्पताल पहुंचे। गले में इंफेक्शन के कारण शंकराचार्य को सांस लेने में तकलीफ हो रही । सर्दी के कारण परेशानी बढ़ने पर उन्हें अस्पताल लाया गया। फिलहाल डॉक्टर गले की परेशानी के साथ-साथ उनका रूटीन चेकअप भी कर रहे हैं। इससे पहले पिछले साल भी शंकराचार्य की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था।
95 साल के शंकराचार्य पूरी तरह फिट हैं, चिंता की कोई बात नहीं
95 साल की उम्र पार कर चुके शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती रूटीन चेकअप के लिए जबलपुर आते रहते हैं। इससे पहले भी कई बार उन्हें अस्पताल में दाखिल किया जा चुका है लेकिन इस बार उन्हें गले में ज्यादा तकलीफ के कारण देर शाम गोटेगांव से सीधे जबलपुर लाकर एडमिट किया गया। फिलहाल डॉक्टरों का कहना है कि किसी तरह की चिंता की बात नहीं है। डॉक्टरों के मुताबिक एहतियातन उन्हें AICU में रखा गया है। उनकी हालत स्थिर है।