भोपाल। पश्चिमी मप्र पर बना ऊपरी हवा का चक्रवात प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र की तरफ खिसक गया है। सिस्टम का असर समाप्त होते ही बादल छंट गए। साथ ही हवा का रुख भी उत्तरी, उत्तर-पश्चिमी हो गया है। इससे पश्चिमी मप्र में ठंड का असर बढ़ गया है।
न्यूनतम तापमान 6 डिग्री खरगोन में रिकार्ड किया गया
इसी क्रम में शुक्रवार को मध्य प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 6 डिग्री खरगोन में रिकार्ड किया गया। सर्द हवा चलने से शुक्रवार को भोपाल और इंदौर में कोल्ड डे रहा। मौसम विज्ञानियों ने अभी 2-3 दिन तक ठंड के तेवर तीखे होने की संभावना जताई है। इसके बाद फिर बादल छाने की संभावना है।
पूर्वी मप्र पर सक्रिय चक्रवात भी कमजोर पड़ गया
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी उदय सरवटे ने बताया कि वर्तमान में पूर्वी मप्र पर सक्रिय चक्रवात भी कमजोर पड़ गया है। इससे शनिवार से पूर्वी मप्र में भी न्यूनतम तापमान में गिरावट का दौर शुरू हो जाएगा।
पश्चिमी मप्र में न्यूनतम तापमान में शुक्रवार से ही गिरावट का दौर शुरू हो गया
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी का कहना है कि उत्तर भारत की तरफ से आने वाली हवाओं के कारण पश्चिमी मप्र में न्यूनतम तापमान में शुक्रवार से ही गिरावट का दौर शुरू हो गया है। सरवटे के मुताबिक अभी 2-3 दिन में अच्छी ठंड पड़ने के आसार हैं। इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 21-22 जनवरी से मौसम में फिर बदलाव होने की संभावना है।
महाकोशल- विंध्य में दो दिन की राहत के बाद वापस लौटी ठंड
जबलपुर। महाकोशल- विंध्य के अधिकांश जिलों में दो दिन धूप निकलने से जहां लोगों ने राहत की सांस ली थी। शुक्रवार को ठंड ने वापस दस्तक दे दी है। नरसिंहपुर, दमोह जिले में गुरुवार रात बारिश के कारण मौसम में ठंडक आ गई है। इधर, विंध्य के रीवा में भी गुरुवार रात और शुक्रवार को बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। सतना में दोपहर 11 बजे तक आसमान में कोहरा छाया रहा, वहीं ठंडी हवाओं के चलते दिनभर ठिठुरन बनी रही। कोहरे की वजह से ट्रेनें अपने निर्धारित समय से कई घंटे देरी से चल रही हैं।