भोपाल। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा अतिथि विद्वानों की आमंत्रण प्रक्रिया में संशोधन किया गया है। लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित नई नियुक्ति के फलस्वरूप फॉलेन आउट अतिथि विद्वान 3 फरवरी तक विकल्प भर सकते हैं। बता दें कि अतिथि विद्वान पिछले 48 दिनों से राजधानी भोपाल में नियमितीकरण के लिए धरना दे रहे हैं।
इसके अलावा जिन अतिथि विद्वानों ने अपनी प्रोफाइल अपडेट नहीं की है, वे 30 जनवरी तक अपनी प्रोफाइल अपडेट कर सकते हैं। चार फरवरी को मेरिट अनुसार अतिथि विद्वानों को महाविद्यालय का आवंटन किया जाएगा तथा 5 से 7 फरवरी तक वे संबंधित महाविद्यालय में कार्यभार ग्रहण कर सकेंगे।
एक भी अतिथि विद्वान बाहर नहीं किया जाएगा
कमलनाथ सरकार ने घोषणा की है कि एक भी अतिथि विद्वान की सेवाएं समाप्त नहीं की जाएंगी। लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति के बाद अतिथि विद्वानों को सेवा के विकल्प उपलब्ध कराए जाएंगे।