भोपाल। वर्ष 2020 में राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल द्वारा पांचवीं और आठवीं के विद्यार्थियों के लिए बोर्ड पैटर्न की गाइड लाइन जारी कर दी गई है। इसके अंतर्गत बच्चों को 33 अंक प्राप्त करना अनिवार्य होंगे। प्रश्न पत्र 100 नंबर का होगा।
33 से कम अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को मुख्य परीक्षा के बाद दो महीने के अंदर दूसरी बार परीक्षा देना होगी। इसमें वह सफल नहीं हुआ तो उसे उसी कक्षा में रोक दिया जाएगा। ज्ञात रहे यह नियम पांचवीं और आठवीं के शासकीय तथा अशासकीय विद्यार्थियों पर लागू होंगे। इसके अलावा शासकीय प्राइमरी-मिडिल स्कूलों के परिणामों पर नजर रखी जाएगी। जिन स्कूलों के परिणाम बेहतर नहीं होंगे, वहां के शिक्षकों पर कार्रवाई भी की जाएगी।
परीक्षा की व्यापक तैयारी के निर्देश दिए
डीपीसी राजेंद्र शिप्रे ने बताया कि परीक्षा की व्यापक तैयारी के निर्देश सभी प्राइमरी-मिडिल स्कूलों के संस्था प्रमुख को दिए गए हैं। रिजल्ट खराब होने की स्थिति में संबंधित शिक्षकों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। जिले में इन कक्षाओं का परीक्षा परिणाम सर्वश्रेष्ठ रहे, इसलिए सभी संस्था प्रमुखों को विषयवार अभ्यास प्रश्न पत्रों के पांच-पांच सेट उपलब्ध कराए जाकर उनके अनुसार तैयारी के निर्देश दिए हैं। संस्था प्रमुखों द्वारा निर्देशानुसार कार्रवाई सुनिश्चित करने हेतु सभी संकुल प्राचार्यों और संचालक को सघन मॉनीटरिंग के निर्देश दिए गए हैं।
14922 सरकारी स्कूलों के बच्चे शामिल होंगे
जिले की 5वीं और 8वीं कक्षाओं के शासकीय स्कूलों के 14922 बच्चे तथा अशासकीय के 19146 बच्चे परीक्षा में परीक्षा सम्मिलित होंगे। प्रश्न पत्रों का निर्माण राज्य स्तर से किया जाएगा। कक्षा 5 एवं 8 में विषयवार प्रश्न पत्रों का पूर्णांक 100 होगा। इसमें 90 अंक लिखित तथा 10 अंक मौखिक परीक्षा के होगें। दोनों को मिलाकर कुल 33 अंक लाने होंगे।