ZOMATO से 1 काठी रोल ₹91000 का पड़ा

नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर के गाजियाबाद में इंजीनियरिंग स्टूडेंट को जोमैटो से खाना मंगवाना भारी पड़ गया। उसने मात्र एक काठी रोल का आर्डर किया था और इस झमेले में उसको ₹91000 का चूना लग गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। जांच के बाद पता चलेगा कि यह घपला हुआ कैसे।

रामप्रस्थ कॉलोनी में रहने वाले सिद्दार्थ के पिता सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट हैं और मां निजी अस्पताल में डॉक्टर हैं। सिद्धार्थ खुद इंजीनियरिंग का पहली वर्ष का छात्र है। सिद्धार्थ ने उसे एक काठी रोल आर्डर किया था। इसका पेमेंट भी ऑनलाइन कर दिया था। जब उनका काठी रोल डिलीवर नहीं हुआ तो उन्होंने इसकी शिकायत जोमैटो के कथित कस्टमर केयर पर की। कस्टमर केयर से सिद्धार्थ को बताया गया क्या आप की ओर से ऑर्डर कैंसिल कर दिया गया था। इस पर सिद्धार्थ ने अपना पैसा वापस मांगा। कॉल कट हो जाने के थोड़ी देर बाद एक और फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि वह सिद्धार्थ का पैसा वापस कर रहा है। इसी बातचीत के दौरान सिद्धार्थ के पास कुछ एसएमएस आए और पता चला कि उनके अकाउंट से ₹91196 गायब हो गए हैं। यह रकम कुल 7 ट्रांजैक्शन में गायब हुई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। 

ZOMATO संदेह के घेरे में क्यों 

दरअसल सिद्धार्थ ने जोमाटो पर काठी रोल आर्डर किया था। डिलीवरी नहीं मिलने की स्थिति में पैसे वापसी की मांग सिद्धार्थ द्वारा की गई। यह जानकारी केवल जोमाटो के पास थी। अतः संदेह किया जा रहा है किस जोमाटो कंपनी की तरफ से या तो इस तरह का डाटा ठगों के पास लीक किया जा रहा है या फिर जोमैटो कंपनी के ही लोग ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। 

जोमैटो पर लग चुका है जुर्माना

बता दें कि एक उपभोक्ता अदालत ने फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो और एक होटल पर शाकाहारी व्यंजन की जगह मांसाहारी व्यंजन वितरित करने पर 55 हजार रुपये का जुर्माना लगा चुका है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उपभोक्ता अदालत ने जोमैटो को 45 दिनों के भीतर पुणे के वकील षणमुख देशमुख को जुर्माने की राशि देने का निर्देश दिया था, जिन्हें न केवल एक बार, बल्कि दो बार मांसाहारी व्यंजन दिया गया था। वकील ने पनीर बटर मसाला मंगवाया था, लेकिन उन्हें बटर चिकन भेजा गया। चूंकि दोनों ग्रेवी वाले व्यंजन होते हैं, उन्हें पता नहीं चला और उन्होंने उसे पनीर समझ कर खा लिया। 

जोमैटो के अनुसार, वकील ने कंपनी को बदनाम करने के लिए इसके खिलाफ शिकायत की, जबकि उसने उनकी राशि वापस कर दी थी। जोमैटो ने उपभोक्ता फोरम को बताया कि त्रुटि उस होटल के साथ हुई, जिसने गलत व्यंजन की आपूर्ति की, लेकिन फोरम ने इसे समान रूप से दोषी माना। होटल ने हालांकि अपनी गलती मान ली। जोमैटो और होटल को सेवा में चूक के लिए 50 हजार रुपये और मानसिक उत्पीड़न के लिए शेष राशि का भुगतान करने के निर्देश दिया गया था।

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