अगर आप ट्रेन से भोपाल से इटारसी और इटारसी से पटना जा रहे हैं और यदि भोपाल से ट्रेन लेट होने के चलते इटारसी से कनेक्टिंग ट्रेन छूट गई है, तो अब रिफंड के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए पीएनआर लिंक सेवा की शुरुआत कर दी है। पश्चिम-मध्य रेलवे की सीपीआरओ प्रियंका दीक्षित का कहना है कि पीएनआर लिंक करने से रिफंड में आसानी होगी।
क्या है पीएनआर लिंक सेवा
अब तक एक ट्रेन से सफर शुरू करने के बाद जब दूसरी लिंक ट्रेन छूट जाती थी, तो यात्री को उसके टिकट का रिफंड नहीं मिल पाता था। इसी असुविधा से यात्रियों को बचाने के लिए रेलवे ने अब कंफर्म टिकट को आरएसी के पीएनआर तक लिंक करना शुरू कर दिया है। लंबे ट्रायल के बाद इसकी शुरुआत शुक्रवार को कर दी गई है। इसके बाद यदि आपकी कनेक्टिंग ट्रेन छूट जाती है तो आप को दोहरा झटका नहीं लगेगा। ट्रेन तो वापस नहीं आ सकती लेकिन टिकट का पैसा जरूर रिफंड हो जाएगा।
कनेक्टिंग ट्रेन मामले में पीएनआर लिंक कैसे करें
आईआरसीटीसी की वेबसाइट या मोबाइल एप पर टिकट बनाते वक्त लिंक पीएनआर सर्विस का ऑप्शन आएगा। इस पर क्लिक करने पर आपको कहां जाना है, कौन सी ट्रेनें वहां जाती हैं... इस ऑप्शन के अनुसार यात्री अपनी पसंद की ट्रेन चुनकर दोनों ट्रेनों के पीएनआर को आपस में लिंक कर सकता है। हालांकि नियम अनुसार यह दोनों टिकट एक ही आईडी से बनाए जाना जरूरी होगा।
क्या काउंटर से टिकट लेने पर भी पीएनआर लिंक हो जाएगा
अगर आपकी पहली ट्रेन तीन घंटे से कम लेट हो, जिसके चलते अगली ट्रेन छूट जाए, तो अब तक कंफर्म टिकट होने पर टिकट का रिफंड नहीं मिलता था। लेकिन अब पीएनआर लिंक की सुविधा के बाद अगर पहली ट्रेन तीन घंटे से कम भी लेट है, तो आपको अगली ट्रेन के टिकट का रिफंड मिलेगा। यह सुविधा रेलवे के काउंटरों पर भी मिलने लगी है।
पीएनआर लिंक सेवा के नियम व शर्तें
यात्री ने जिन दो ट्रेनों के टिकट बनाकर पीएनआर लिंक किए हैं। उनमें 5 घंटे से ज्यादा का अंतर नहीं होना चाहिए।
केवल कंफर्म और आरएसी टिकट के पीएनआर ही इस सुविधा के जरिए लिंक हो सकेंगे।
वेटिंग वाले टिकट का पीएनआर लिंक नहीं होगा।
दोनों लिंक ट्रेनों में से एक कैंसिल होती है, तो पीएनआर अपने आप डी-लिंक हो जाएगा।