भोपाल। आंगनवाड़ियों में अंडा परोसने का आदेश जारी करने के बाद अब मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार धार्मिक क्षेत्रों एवं सरकार द्वारा घोषित पवित्र नगरों में शराब और मांस की बिक्री करवाएगी। चित्रकूट, मैहर और ओरछा में शराब की बिक्री के लिए लाइसेंस जारी कर दिए गए हैं।
पैसा कमाने के लिए सरकार ने नियम बदल दिए
बता दें कि मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की शिवराज सिंह सरकार ने मध्य प्रदेश के धार्मिक क्षेत्रों एवं सरकार द्वारा घोषित पवित्र नगरों में ना केवल शराब की बिक्री बल्कि मांस की बिक्री भी प्रतिबंधित कर दी थी। सरकार ने अवैध बिक्री करने वालों के खिलाफ कड़े दंड का प्रावधान किया था। कमलनाथ सरकार ने इन नियमों में संशोधन कर दिया है। वाणिज्य कर विभाग की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है।
धार्मिक क्षेत्र में शराब बिक्री के नियम बदलने के पीछे कमलनाथ सरकार के तर्क
मध्य प्रदेश के धार्मिक क्षेत्र एवं सरकार द्वारा घोषित पवित्र नगरों में शराब एवं मांस बिक्री के नियमों को बदलने के पीछे कमलनाथ सरकार का तर्क है कि इन क्षेत्रों में प्रतिबंध के बावजूद अवैध रूप से शराब एवं मांस की बिक्री हो रही थी। लाइसेंस जारी करने से सरकार को राजस्व का फायदा होगा। इस तरह सरकार ने अवैध बिक्री पर रोक लगाने की बजाए पैसा कमाने के लालच में अवैध को वैध कर दिया। लोगों का कहना है कि यदि मध्यप्रदेश में लॉटरी और क्रिकेट के सट्टे को वैध कर दिया जाए तो और भी मुनाफा हो सकता है।
यहां रिसोट बार खोलने की अनुमति -
हैरीटेज पर्यटन क्षेत्र - सांची, भीम बैठका, खजुराहो, माण्डू, ओरछा
धार्मिक पर्यटन क्षेत्र - मैहर, चित्रकूट
प्राकृतिक पर्यटन क्षेत्र - पचमढ़ी, तामिया, पातालकोट, उदयगिरी
जल पयर्टन वाले क्षेत्र - गांधी सागर (मंदसौर), तवा बांध (होशंगाबाद), बाणसागर बांध (रीवा), मणीखेड़ा, चांदपाठा बांध (शिवपुरी), गंगउ बांध (पन्ना), मान बांध (धार), जोबट फाटा बांध (अलीराजपुर), गोविंदगढ़ जलाशय (रीवा), माचागोरा बांध (छिंदवाड़ा), सॉपना बांध (बैतूल), धोलाबड जलाशय (रतलाम)