भोपाल। इंदौर में जीतू सोनी के खिलाफ कार्रवाई के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पुलिस एवं प्रशासन को फ्री हैंड दे दिया है। प्रदेश भर में दबदबा जमाए बैठे माफियाओं के खिलाफ अभियान शुरू किया जाएगा। पहली लिस्ट में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर एवं जबलपुर के 20 माफियाओं के नाम तय किए गए हैं। जल्द ही इनके खिलाफ कार्रवाई शुरू होगी।
मध्यप्रदेश में कितने माफिया
सरकार अब लिस्टिंग कर रही है कि मध्य प्रदेश में कुल कितने माफिया जमे हुए हैं। बता दें कि प्रदेश में और रेत माफिया के अलावा तेल माफिया, दवा माफिया, मेडिकल माफिया, भू माफिया, खनन माफिया, शिक्षा माफिया सहित लगभग हर कैटेगरी में माफिया मौजूद है। सरकार में मजबूत पकड़ के चलते इनके खिलाफ आने वाली शिकायतों पर कार्यवाही नहीं होती। शिवराज शासन काल के 15 सालों में मध्यप्रदेश में माफिया राज पूरी तरह जा चुका है। मुख्यमंत्री कमलनाथ का कहना है कि आने वाले दिनों में प्रदेश से माफिया राज खत्म कर दिया जाएगा।
राजनीतिक रसूख काम नहीं आएगा, हर माफिया और लाभ दिया जाएगा: मंत्री पीसी शर्मा
मध्य प्रदेश के विधि विधाई एवं जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा मध्यप्रदेश में जो भी कानून को हाथ में लेगा, कानून के खिलाफ काम करेगा, उसे नाप दिया जाएगा। कोई कितना भी बड़ा हो या फिर किसी भी क्षेत्र से जुड़ा है उसे गैर कानूनी काम नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने कहा मध्यप्रदेश में माफिया को खत्म करेंगे। इंदौर के बाद जहां भी माफिया पनप रहे हैं, उनका सफाया किया जाएगा।
माफिया के खिलाफ अभियान को शिवराज सिंह का समर्थन
मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार द्वारा तय किए गए माफिया के खिलाफ अभियान पर भारतीय जनता पार्टी की प्रतिक्रिया नहीं आई है लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस अभियान का समर्थन किया है। शिवराज सिंह का कहना है कि माफिया को कुचलना ही चाहिए, उसे तबाह कर देना चाहिए लेकिन सरकार को किसानों का ध्यान रखना चाहिए उन्हें को चलना नहीं चाहिए।