दिग्विजय सिंह सर, मैं आपका शुभचिंतक नहीं हूं और ना ही आपका फॉलोअर। मैं तो बस इतना चाहता हूं कि जो सच है वह सामने आए और हैदराबाद एनकाउंटर में यदि आपने कोई बयान दे दिया तो मैं गारंटी के साथ कह सकता हूं कि एक चर्चा जो सुनाई दे रही है उसकी कभी पुष्टि नहीं हो पाएगी।
हैदराबाद पुलिस ने बलात्कार के चार आरोपियों का एनकाउंटर किया है। देश का हर वर्ग हैदराबाद पुलिस के लिए तालियां बजा रहा है, सेल्यूट कर रहा है। एक छोटा सा वर्ग ऐसा भी है जो इस एनकाउंटर पर उंगली उठा रहा है। वह मानव अधिकारों की बात कर रहे हैं। ऐसे लोग सोशल मीडिया पर ट्रोल भी हो रहे हैं। तारीख 6 दिसंबर की बात करें तो सारे देश में हैदराबाद पुलिस एक हीरो की तरह सामने आई है। चारों तरफ तालियों की गड़गड़ाहट का शोर है। इस शोर के बीच में एक मध्यम सी आवाज भी है। बड़ा ही गंभीर मामला है, जांच जरूर होनी चाहिए।
दिग्विजय सिंह सर मुझे मालूम है तेलंगाना में आपका नेटवर्क काफी मजबूत है। एनकाउंटर में मारे गए 4 आरोपियों में से एक मुसलमान है। मुस्लिम समाज के प्रति आपकी विशेष सहानुभूति भी होती है। यदि आपने इस मामले में कोई भी स्टेटमेंट दे दिया तो संभव है वह मामला फिर कभी सुर्खियों में आई ना पाए जिसकी पुष्टि होना जरूरी है। उम्मीद है आने वाले सप्ताह में इस सूचना की पुष्टि जरूर होगी। इसलिए प्लीज दिग्विजय सिंह सर विनम्र निवेदन है इस मामले में आप थोड़ा चुप रहना।
अरविन्द 'सरल' सामाजिक कार्यकर्त्ता