ग्वालियर। सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी लडक़ी की खूबसूरती पर फिदा हुए सेना के एक अधिकारी ने खुफिया जानकारी दुश्मन देश को भेज दी। जब इसका खुलासा हुआ तो वरिष्ठ अधिकारियों के होश उड़ गए। उक्त आरोपी अधिकारी को जेल भेज दिया गया साथ ही उसकी जांच भी हो रही है कि उसने कौन कौन सी जानकारी दुश्मन देश की लडक़ी को उपलब्ध कराई है।
मप्र हाईकोर्ट ने सेना की खुफिया जानकारियां सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तानी एजेंट को भेजने के आरोपी बिहार रेजिमेंट में कार्यरत नायक क्लर्क को जमानत देने से इंकार कर दिया। जस्टिस राजीव कुमार दुबे की सिंगल बेंच ने कहा कि आवेदक के खिलाफ संगीन आरोप लगाए गए हैं। इस मत के साथ कोर्ट ने आरोपित की ओर से पेश की गई जमानत की अर्जी खारिज कर दी। अभियोजन के अनुसार आरोपित अविनाश कुमार बिहार के वैशाली जिले का निवासी एवं भारतीय सेना की बिहार रेजिमेंट में नायक क्लर्क के पद पर इंदौर जिले के मऊ में पदस्थ था। STF को जानकारी मिली कि अविनाश पैसों के बदले पाकिस्तानी एजेंट व खुद को दिल्ली की निवासी बताने वाली महिला को सेना की खुफिया जानकारियां भेजता है।
एसटीएफ ने उसका मोबाइल खंगाला तो इसका खुलासा हो गया कि अपना नाम प्रिशा अग्रवाल बताने वाली पाकिस्तानी एजेंट को अविनाश ने सेना की खुफिया जानकारी बेची थी। एसटीएफ भोपाल ने उसे 16 मई 2019 को गिरफ्तार किया। वरिष्ठ अधिवक्ता मनीष दड्डा ने तर्क दिया कि आवेदक की ओर से खुफि या जानकारी भेजने के साक्ष्य नहीं हैं। शासकीय अधिवक्ता सत्येंद्र ज्योतिषी ने कहा कि स्पष्ट है कि आरोपी ने खुफिया जानकारी शेयर की।