दमोह। यहां जातिवाद का जहर एक प्रेमी युगल को निकल गया। उन्हें गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय लाया गया और यहां से जबलपुर रेफर किया गया। जबलपुर में दोनों की मौत हो गई। स्पष्ट नहीं है कि दोनों ने खुद शहर का है या उन्हें खिलाया गया। चौंकाने वाली बात तो यह है कि दमोह पुलिस ने मर्ग तक कायम नहीं किया। दोनों के शव जबलपुर से दमोह लाए गए और यहां से गांव ले जाए गए। पोस्टमार्टम तक नहीं हुआ।
दीपक राय व गायत्री रजक लव स्टोरी का दर्दनाक अंत
पटेरा थाना प्रभारी पीजी मिंज ने बताया कि पटेरा के भरतला गांव निवासी दीपक राय व युवती गायत्री रजक 18 को जहर खाने के बाद हालात बिगड़ने पर शुक्रवार शाम करीब 7 बजे के लगभग जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद गायत्री की हालात बिगड़ गई, उसे तुरंत जिला अस्पताल से जबलपुर रेफर कर दिया। गायत्री का इलाज जबलपुर मेडिकल कॉलेज में चल रहा था इस बीच शाम को उसकी मौत हो गई, युवती की मौत के कुछ देर बाद जबलपुर के मेट्रो अस्पताल में युवक दीपक की भी मौत हो गई। बाद में परिजन दोनों को एक-एक करके दमोह लेकर पहुंचे।
थाना प्रभारी ने बताया कि उन्हें दमोह जिला अस्पताल से सूचना मिली थी कि एक युवती जहर खाकर भर्ती हुई है। उसके परिजनों से कारण जानने का प्रयास किया था, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बताया। थाना प्रभारी ने बताया कि मामला प्रेम प्रसंग का लग रहा है। दोनों एक ही गांव के हैं मगर उनकी जाति अलग-अलग है, शायद इस वजह से दोनों के परिवार के लोग इस रिश्ते को मंजूर नहीं कर रहे होंगे, इस वजह से दोनों ने जहरीला पदार्थ खा लिया होगा। दोनों के परिवारों के बयान लिए जाएंगे, उसके बाद स्थिति स्पष्ट होगी। बताया जा रहा है कि पांच साल से दोनों के बीच में प्रेम प्रसंग चल रहा था। ग्रामीणों के मुताबिक लड़की की शादी को लेकर चर्चा चल रही थी, यह बात युवक को पता चली तो दोनों ने अलग न होने का निर्णय लिया और परिवार वालों के दबाव में यह घातक कदम उठा लिया।