मनुष्य के जीवन में सफलता के लिए सबसे अनिवार्य बुद्धि और वाणी का कारक ग्रह 'बुध' 5 दिसंबर गुरुवार 2019 को अपनी राशि परिवर्तित कर रहे हैं। सुबह 10:46 बजे बुध ग्रह तुला राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में स्थापित हो जाएंगे। आइए जानते हैं इस दौरान विविध 12 राशियों को किस प्रकार से प्रभावित करेंगे:
मेष- इस अवधि में बुध आपकी राशि से अष्टम भाव में रहेगा. इस अवधि में आपको जहां आर्थिक क्षेत्र में लाभ मिलेगा तो वहीं दूसरी ओर कार्य क्षेत्र में आपको बाधाओं का भी सामना करना पड़ सकता है. पारिवारिक जीवन में किसी प्रकार की दिक्कतें आ सकती हैं. वैवाहिक जीवन में जीवनसाथी की ओर से कोई खुशखबरी भी प्राप्त हो सकती है. हालांकि सेहत के लिए गोचर अनुकूल नहीं है. अचानक यात्रा के योग बनेंगे.
वृषभ- बुध आपकी राशि से सप्तम भाव में प्रवेश करेंगे. सप्तम भाव का सीधा संबंध वैवाहिक जीवन से है तो निश्चित रूप से आपका वैवाहिक जीवन प्रभावित होगा. इस दौरान पति-पत्नी के बीच प्यार-प्रेम का मौहाल बना रहेगा. संतान के लिए समय अनुकूल है. नौकरी पेशा और व्यापारी वर्ग के लोगों को लाभ मिलने की संभावना है.
मिथुन- बुध आपकी राशि से षष्ठम भाव में गोचर करेंगे. ज्योतिष में इस भाव को शत्रु भाव कहा जाता है. इस भाव से विरोधियों, रोग, पीड़ा, जॉब, कम्पीटीशन, रोग प्रतिरोधक क्षमता, शादी-विवाह में अलगाव और कानूनी विवादों को देखा जाता है. बुध का गोचर आपके लिए अच्छे संकेत नहीं दे रहा है. वैवाहिक जीवन में भी समस्याएं आ सकती हैं. जीवनसाथी से तालमेल बनाकर चलना अच्छा रहेगा.
कर्क- बुध आपकी राशि से पंचम भाव में गोचर करेंगे. कुंडली में इस भाव को संतान भाव के नाम से भी जाना जाता है. इस भाव से रोमांस, संतान, रचनात्मकता, बौद्धिक क्षमता, शिक्षा एवं नए अवसरों को देखा जाता है. इस दौरान आपको रचनात्मक कार्यों में थोड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए जो जातक किसी क्रिएटिव वर्क से जुड़े हुए हैं उनके लिए समय चुनौतीपूर्ण रहने वाला है. करियर और रिलेशनशिप के लिहाज से यह गोचर अच्छा माना जा रहा है.
सिंह- बुध आपकी राशि से चतुर्थ भाव में गोचर कर रहे हैं. कुंडली के चौथे भाव को सुख भाव कहा जाता है. सिंह राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर अनुकूल रहने वाला है. परिजानों की सेहत में सुधार आएगा. समाज में भी आपका मान-सम्मान बढ़ेगा और आपकी लोकप्रियता में भी वृद्धि होगी. ऑफिस में सीनियर्स आपकी मेहनत और लगन की प्रशंसा करेंगे.
कन्या- बुध आपकी राशि से तृतीय भाव में जाएंगे. कन्या राशि के जातकों का आत्म-विश्वास बढ़ेगा. छोटे भाई-बहनों के लिए गोचर अनुकूल रहने वाला है. इस दौरान उन्हें अपने कार्य में तरक्की मिलेगी. अपने क्रोध पर काबू रखें, अन्यथा झगड़े की वजह से आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है. छोटी-मोटी यात्राओं के भी योग बन रहे हैं.
तुला- बुध आपकी राशि से द्वितीय भाव में गोचर करेगा. पारिवारिक जीवन के लिए गोचर शुभ है. इस दौरान परिजनों के बीच प्रेम-सामंजस्य बढ़ेगा. आर्थिक लिहाज से गोचर शुभ है. इस दौरान आप धन की बचत करने में कामयाब हो सकते हैं. आय के साधनों में भी वृद्धि होने की संभावना है. अपने पुराने कर्ज को उतारने में आप कामयाब होंगे. अगर इस बीच आपने बैंक या अन्य किसी आर्थिक संस्था से लोन के लिए आवेदन किया है तो वह आवेदन आपका स्वीकार्य होगा.
वृश्चिक- बुध ग्रह आपकी ही राशि में गोचर करेगा जो आपके प्रथम भाव अर्थात लग्न भाव में स्थित होगा. बुध का गोचर वृश्चिक राशि के जातकों के स्वास्थ्य में नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है. इस अवधि में आप मानसिक अवसाद का भी शिकार हो सकते हैं. परिजनों के साथ किसी बात को लेकर वाद-विवाद भी हो सकते हैं. सहकर्मियों का साथ मिलेगा और बॉस या फिर सीनियर्स से प्रशंसा प्राप्त होगी.
धनु- बुध आपकी राशि से द्वादश भाव में प्रवेश करेंगे. बुध का गोचर आपके खर्चों में वृद्धि करेगा. गैर जरूरी कारणों से भी हाथ से पैसा खर्च हो सकता है. धन या पैसों के मामले में कोताही बरतना होगा, अन्यथा धन हानि भी संभव है. इस अवधि में शेयर बाजार में निवेश करना आपके लिए फायदे का सौदा नहीं होगा. इसके अलावा सट्टा, जुआ आदि से भी खुद को दूर रखें. करियर के लिहाज से बुध का गोचर आपके लिए अच्छा साबित हो सकता है.
मकर- बुध आपकी राशि से एकादश भाव में स्थित होगा. कुंडली में एकादश भाव को आमदनी का भाव कहा जाता है. बुध का गोचर मकर राशि के जातकों के लिए शुभ फलकारी हो सकता है. इस अवधि में आदमनी में वृद्धि होगी. व्यापार करने वाले जातकों को व्यापार में अधिक लाभ प्राप्त होगा. अगर आपने किसी को धन उधार दिया है तो वह धन भी आपको वापस मिल सकता है.
कुंभ- बुध आपकी राशि से दशम भाव में गोचर करेगा. ज्योतिष में दशम भाव करियर एवं प्रोफेशनल, पिता की स्थिति, रुतबा, राजनीति एवं जीवन के लक्ष्यों की व्याख्या करता है. अच्छे फलों को पाने के लिए आपको मेहनत करनी होगी. पिता के स्वास्थ्य के लिए बुध का यह गोचर अनुकूल नहीं है. जीवनसाथी विपरीत परिस्थितियों में न केवल आपका साथ निभाएगा, बल्कि वह आपकी हिम्मत भी बनेगा.
मीन- बुध आपकी राशि से नवम भाव में गोचर करेगा. ज्योतिष में नवम भाव को भाग्य भाव कहते हैं. इस अवधि में आपका भाग्य आपके साथ होगा. कम मेहनत के बावजूद भी आपको सफलता प्राप्त होगी. वैवाहिक जीवन में जीवनसाथी के कारण आपको समाज में मान-सम्मान प्राप्त होगा. आर्थिक लाभ के योग भी हैं. धन की बचत करने में आप सफल होंगे.