अथॉरिटी में जुडऩे के बाद बीसीएलएल की लो फ्लोर बसों के रूट मंडीदीप से सिहोर तक बनाए जाएंगे। नगरीय प्रशासन एवं परिवहन विभाग संयुक्त रूप से इसके लिए सर्वे शुरू करेंगे। सर्वे में ये देखा जाएगा कि किस प्रकार कालोनियों को रूट में शामिल किया जा सकता है और बस स्टॉप बनाए जा सकते हैं। सर्वे की नोडल एजेंसी बीसीएलएल को बनाया जाएगा। इसके लिए प्रायवेट फर्म की सहायता ली जाएगी जिसे टेंडर के जरिए ये काम सौंपा जाएगा। भोपाल मेट्रोपॉलिटन रीजन में सीहोर-रायसेन के अलावा ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप जैसे औद्योगिक क्षेत्र भी शामिल होंगे। केंद्र और राज्य सरकार से मिलने वाला फंड इसी अनुपात में तय होगा, अभी इन जिलों में राज्य सरकार के खजाने से विकास कार्य होते हैं।
बड़े प्रोजेक्ट केवल राजधानी तक सीमित रहते हैं और आसपास के जिलों को भोपाल के करीब रहने बावजूद पिछड़े नजर आते हैं। सीहोर में जमीन चिन्हित मेट्रो सेवा शुरू करने के लिए सीहोर में रेलवे ट्रेक और मेट्रो स्टेशन तैयार किया जाना है। शासन ने इसके लिए यहां 1086 हेक्टेयर सरकारी जमीन चिन्हिंत की है। भोपाल से सीहोर की दूरी 40 किमी है। मेट्रो ट्रेक बिछाने के लिए राजधानी से बाहर 9 गांवों में सरकारी जमीन अधिग्रहित होगी।