देश के सबसे स्वच्छ इंदौर में प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है, AQI 100 से ऊपर | INDORE NEWS

इंदौर। भारत का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर इन दिनों प्रदूषण की गिरफ्त में है। एयर क्वालिटी इंडेक्स पर प्रदूषण का लेवल लगातार 100 से ऊपर चल रहा है। बता दें कि यह 50 से नीचे होना चाहिए। हवा में इतने प्रदूषण के कारण 12 साल से कम उम्र के बच्चों, 60 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों एवं फेफड़े के मरीजों का सामान्य जीवन प्रभावित हो रहा है। 

34 में से 30 दिन AQI 100 से ऊपर 

मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हवा तब मानी जाती है जब हवा में प्रदूषण का लेवल एयर क्वालिटी इंडेक्स पर 50 से नीचे हो। AQI 100 तक हवा में प्रदूषण मनुष्य के लिए नुकसानदायक होता है लेकिन घातक नहीं। इससे अधिक प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक से ज्यादा घातक हो जाता है। इंदौर में पिछले 34 दिनों में 30 दिन AQI एक सौ से ज्यादा रहा। एक्सपर्ट का कहना है कि अगर ऐसा ही रहा तो इंदौर को जल्द ही रेड जोन में आने से कोई नहीं रोक सकेगा। 

प्रदूषण का सही लेवल जानने अपडेट पॉल्यूशन मॉनिटरिंग मशीन लगाई

जानकारी के मुताबिक, प्रदूषण बोर्ड ने डीआईजी ऑफिस पर एक हाइटेक मशीन लगवाई है। यह शहर की सबसे अपडेट पॉल्यूशन मॉनिटरिंग मशीन है। इसमें हवा में फैले सभी प्रकार के प्रदूषण, हवा की दिशा, वर्षा का माप, तापमान आदि दिखाई देता है। इसका डिस्प्ले शहर में आठ स्थानों पर लगे प्रदूषण डिस्प्ले बोर्ड भी दिखाते हैं।

इसी मशीन के डेटा को केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की वेबसाइट पर भी प्रदर्शित किया जाता है। वहीं प्रदेश सरकार की एप्लीकेशन पर भी इसका डेटा डिस्प्ले किया जाता है। इसी के अनुसार बीते 34 दिनों में शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) केवल चार बार 100 से नीचे आया है, जो काफी घातक है। यह छोटे बच्चों, दमा के मरीजों के लिए नुकसानदायक है।

प्रदूषण विभाग के अधिकारी अनजान, पता नहीं कहां से आ रही है जहरीली हवा

इधर, प्रदूषण विभाग के अधिकारी भी हैरान हैं कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है। वे इसके लिए ठंड और हवा की मध्यम गति को जिम्मेदार बता रहा हैं, लेकिन अभी तो शहर में ठंड पड़ना शुरू भी नहीं हुई है। ऐसा रहा तो कड़ाके की ठंड में इंदौर की हालत काफी खराब हो जाएगी।

हवा की गति बढ़ेगी तो प्रदूषण कम हो जाएगा: प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि इंदौर की हवा में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं हुआ है। लेकिन इस बार हवा नहीं चल रही है। हालांकि बीते दो-तीन दिनों में हवा चलने लगी है, जिससे एक्यूआई कम होना शुरू हो गया है। कुछ दिनों में स्थिति सुधर जाएगी।

2013 में भी ऐसा ही हुआ था

जानकारी के मुताबिक, 2013 में प्रदूषण ज्यादा पाए जाने पर इंदौर में नया उद्योग स्थापित करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, जो करीब एक साल तक लागू था। रेड जोन में फंसे इंदौर का नाम करीब डेढ़ साल बाद सूची से हटाया गया था। इससे काफी परेशानी हुई थी और शहर का नाम भी खराब हुआ था।
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