इंदौर। शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिभावान बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए स्कॉलरशिप प्रोग्राम कर रही वाहनी अपने उद्देश्य के साथ ज्यादा से ज्यादा बच्चों तक पंहुचें,इसलिए अब सोशल मीडिया के जरिए एक कैंपेन की शुरूआत हुई है। उच्च शिक्षा में होनहार बच्चों को 100 प्रतिशत स्कॉलरशिप देने वाली वाहनी में शहर की स्कॉलर मलिका गोयल इस प्रमोशन कैंपेन में शामिल हैं।
28 नवंबर तक चलने वाले इस कैंपेन में ज्यादा से ज्यादा बच्चे जुड़ें और किसी बच्चे को आर्थिक कारणों के कारण उच्च शिक्षा पाने के अपने सपने को अधूरा न छोड़ना पड़े, इसलिए मलिका सोशल मीडिया के माध्यम से वाहनी के स्कॉलरशिप प्रोग्राम को प्रमोट कर रही हैं। वर्तमान में आईआईपीएस (IIPS) डीएवीवी (DAVV) इंदौर से एमबीए इन मैनेजमेंट साइंस कर रहीं मलिका गोयल ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2017 में शिवपुरी में संचालित हैप्पी डेज स्कूल से 12वी कक्षा की पढ़ाई की है।
अपने स्कूली दिनों को याद करते हुए बताया कि उसे भी उस समय इस स्कॉलरशिप प्रोग्राम के बारे में पता चलने पर उन्होंने वाहनी की स्कॉलरशिप के लिए प्रयास किया था, जिसके परिणामस्वरूप वे मेरिट्स के आधार पर वर्ष 2017 में वाहनी की स्कॉलरशिप प्राप्त करने वाली मध्यप्रदेश की एकमात्र छात्रा रहीं थीं।
मलिका ने बताया कि दसवीं और ग्यारहवीं में 85 प्रतिशत से ज्यादा अंक पाने वाले स्टूडेंट्स 12वीं की पढ़ाई के दौरान ही इस स्कॉलरशिप पाने के लिए अप्लाय कर सकते हैं। इसके बाद आर्टिकल राउंड होता है जहां बच्चों को वाहनी द्वारा सुझाए विषय पर अपने विचार लिखने होते हैं, आर्टिकल राउंड में चयनित छात्र छात्राएं को फिर इंटरव्यू राउंड के लिए दिल्ली बुलाया जाता है।
देशभर से हर वर्ष सिर्फ 20 होनहार बच्चों को स्कॉलरशिप के लिए चुना जाता है, इसमें 10 बॉयज और 10 गर्ल्स शामिल होते हैं।
खास बात ये है कि न सिर्फ शिक्षा व इससे जुड़े अन्य खर्च का 100 फीसदी वाहनी वहन करता है, बल्कि बच्चों को मार्गदर्शन मिल पाए इसलिए देशभर की विभिन्न संस्थानों में पढ़ रहे वाहनी के स्कॉलर्स के लिए सालभर में दो बार क्वालिटी वर्कशॉप भी दिल्ली में आयोजित किए जाते है, इस दौरान बच्चे इंडस्ट्री के बड़े फाउंडर्स से मिलते हैं, जहां उन्हें सीखने और समझने का मौका भी मिलता है। वहीं दिल्ली के शिक्षा संस्थानों में अध्ययनरत वाहनी स्कॉलर्स के लिए क्रिएटिव वर्कशॉप हर महीने आयोजित किये जाते है।
मलिका कहती हैं, कि वाहनी इस पूरे प्रोग्राम के तहत बच्चों को उनकी ग्रेजुएशन स्टडीज के दौरान आज की सभी अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करता है। विषय के दिग्गज शख्शियतो में से एक दिग्गज वाहनी के स्कॉलर का व्यक्तिगत मेंटर होता है, जो अपने स्कॉलर को रोज़मर्रा की तकनीकी बारीकियों से रूबरू करा कर वाहनी के स्कॉलर को कुछ नया करने के लिए लगातार प्रोत्साहित कर उन्हें हर छोटी बड़ी बारीकियों को समझाते हुए हर पल गाइड व सहयोग करते है।
वाहनी अपने हर स्कॉलर को सब कुछ देने को हमेशा तत्पर रहती है जिससे वाहनी के स्कॉलर कुछ नया कर सके, कुछ अच्छा करे और बेहतर करने की सक्षमता प्राप्त कर अपने व अपने देश व समाज के लिए अपना 100 प्रतिशत दें सकें।
मलिका ने बताया कि वाहनी स्कॉलर बनने के लिए इस वर्ष की चयन प्रक्रिया की शुरुवात 5 सितंबर से ही हो चुकी है जो 1 दिसंबर तक चलेंगी जिसे http://www.vahanischolarship.com पर जाकर ऑनलाइन एप्लाई किया जा सकता है।