भोपाल। कांग्रेस सरकार के चुनाव पूर्व किए गए 90 दिन के वादे पर लगभग 11 महीने बाद भी अमल न किए जाने से नाराज़ प्रदेश के शिक्षक पदनाम सहित अपनी 9 सूत्रीय लम्बित मांगो के समर्थन में 10 दिसंबर को राजधानी में वादा निभाओ आक्रोश रैली का आयोजन करेंगे।
उल्लेखित जानकारी देते हुए समग्र शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेशचंद्र दुबे, प्रदेश महामंत्री संजय तिवारी ने बताया कि इस सम्बन्ध में संगठन ने आज मुख्यमंत्री, मुख्यसचिव, प्रमुख सचिव और भोपाल के स्थानीय प्रशासन को अपनी मांगो का उल्लेख करते पत्र सौंपा है।
सभी शिक्षक हितैषी संगठन करेंगे समर्थन
राज्य कर्मचारी संघ के शिक्षक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मुरारी लाल सोनी के अनुसार सभी संगठन शिक्षक हित में इस आंदोलन को समर्थन करेंगे, अधिकांश संगठन सहमत है,शेष से सहयोग की अपील है!
क्या है शिक्षकों की प्रमुख मांगे -
कांग्रेस पार्टी के वचन पत्र के अनुसार योग्यता और प्राप्त क्रमोन्नत वेतनमान के अनुरुप सहायक शिक्षकों, शिक्षकों, प्रधानपाठकों का पदनाम परिवर्तन किया जाए!
शिक्षक संवर्ग को 30 वर्ष की सेवा पर लागू की गई तीसरी क्रमोन्नति की विसंगति दूर करते 4200 के स्थान पर 5400 किया जाए तथा शिक्षको को वचन पत्र के अनुसार अन्य कर्मचारियों की भांति 10,20,30 वर्ष की सेवा अवधि पर समयमान योजना का लाभ दिया जाये।
3.राज्य सरकार न्यायालय के निर्णय के अधीन सशर्त पदोन्नति शरु करे ताकि पदोन्नति से वंचित शिक्षकों, कर्मचारियों को रिटायरमेंट के पूर्व पदोन्नति का लाभ मिल सके.
4.पार्टी के वचन पत्र के अनुसार शिक्षक/व्याख्याता संवर्ग की छठवें वेतनमान से चली आ रही वेतन विसंगति को दूर करते हुए प्रचलित केंद्रीय वेतनमान के अनुसार वेतन बैंड एवं ग्रेड पे विसंगति में सुधार कर देय तिथि से संशोधित वेतनमान का लाभ दिया जाए!
5.एरिया एजुकेशन अधिकारी के शत प्रतिशत पद अनुभव योग्यता और प्राप्त उच्चतर वेतन अनुसार शिक्षक संवर्ग से तथा सहायक संचालक स्तर के शत प्रतिशत पद प्राचार्यो से भरे जाएं!
6. शिक्षकों को अर्जित अवकाश वहाल करते हुए उसके नगदीकरण की पूर्व व्यवस्था बहाल की जाए.
7 वचनपत्र के अनुसार अन्य राज्यों के समतुल्य प्रदेश के शिक्षकों को 4 स्तरीय वेतनमान स्वीकृत किया जाए।
8. सर्वशिक्षा अभियान के नाम पर राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा किए जा रहे प्रयोग पूरी तरह बंद हो, लंबे समय से चली आ रही सर्वशिक्षा की प्रतिनियुक्तियां समाप्त कर प्रतिनियुक्ति के पदो पर लागू किया गया आयु बंधन पूरी तरह समाप्त कर शिक्षक संवर्ग को योग्यता और अनुभव के आधार पर प्रतिनियुक्ति का अवसर प्रदान किया जाए।
9. अनुकम्पा नियुक्ति पालिसी का सरलीकरण करते हुए मृतक शिक्षक के परिजनों को तत्काल इसका लाभ दिया जाए।