भोपाल। लोकसभा चुनाव में शर्मनाक हार के बावजूद पूर्व विधायक ज्योतिरादित्य सिंधिया खुद को एक लोकप्रिय भारतीय नेता मानने को तैयार नहीं है। वह अपने समर्थकों से अक्सर कुछ इस तरह के बयान दिलवाते रहते हैं जिसमें उन्हें 'भगवान' का दर्जा मिलता हूं। ताजा बयान पोहरी विधायक सुरेश राठखेड़ा ने दिया है। विधायक महोदय ने कहा है कि " मैं हर रोज श्रीमंत महाराज साहब के चरणों में ध्यान लगाता हूं, और उसी की बदौलत है कि मैं आज इन ऊंचाइयों पर हूं।"
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद उनके कथित वफादार विधायक का बयान आया
ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा ट्विटर पर अपना परिचय बदले जाने के बाद वह देश भर की सुर्खियों में तो आए लेकिन उनकी हालत भी राहुल गांधी जैसे ही रही। जिस प्रकार राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद उम्मीद की थी कि कांग्रेस में उनके समर्थन में इस्तीफा की बाढ़ आ जाएगी परंतु ऐसा नहीं हुआ। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। टि्वटर हैंडल पर अपना परिचय बदलकर संकेत देने के बावजूद ज्यादातर ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक नेताओं ने चुप्पी साधे रखी। केवल महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने उनका अनुसरण किया। जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सभी चर्चाओं को अफवाह बता कर नकार दिया तब पोहरी विधायक सुरेश राठखेड़ा की तरफ से बयान आया।
क्या कहा पोहरी विधायक सुरेश राठखेड़ा ने
जारी वीडियो में पोहरी विधायक कह रहे हैं " देखो, पहली बात तो यह है कि मुझे नहीं लगता कि श्रीमंत महाराज साहब पार्टी छोड़ रहे हैं। आप वह सपना देखना तो छोड़ ही दें कि महाराज किसी दूसरी पार्टी में जाएंगे, यह महाराज वह शक्ति हैं जिस दिन चाहेंगे उस दिन अपनी पार्टी खड़ी कर सकते हैं। वजूद है उनके अंदर और वह बता देंगे कि मेरा जलवा क्या है। श्रीमंत महाराज साहब यदि नई पार्टी बनाते हैं तो मैं पहला बंदा रहूंगा जो उनके साथ नई पार्टी में जाएगा। पार्टी सर्वोपरि है लेकिन श्रीमंत महाराज साहब उससे भी पहले सर्वोपरि हैं। मैं उनका छोटा सा सेवक हूं और हमेशा सेवक बनकर ही रहूंगा। मैं श्रीमंत महाराज साहब के चरणों में अपना ध्यान लगाता हूं, और उसी की बदौलत आज इन ऊंचाइयों पर हूं। मैं श्रीमंत महाराज साहब का शुक्रगुजार हूं, और हमेशा मेरा परिवार रहेगा। मैं अपने बच्चों से भी कह कर जाऊंगा।"
इस तरह के बयान क्यों दिलाते हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया
सिर्फ राज परिवार के नेताओं की यह पुरानी आदत है। चापलूसी करने वाले नेताओं को प्रोत्साहित किया जाता है चाहे वह कितने ही अयोग्य क्यों ना हो। डबरा विधायक इमरती देवी (जो अपना शपथ पत्र भी ठीक से नहीं पढ़ पाई थी) को मंत्री बनवाने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उनसे सबसे पहला बयान ऐसा ही दिलवाया था। तब महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने कहा था कि वह ज्योतिरादित्य सिंधिया की रोज पूजा करती है। तब मंत्री ने सिंधिया को भगवान कहा था अब एक विधायक ने कहा है। इस तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस पार्टी के अंदर यह जताने की कोशिश करते हैं कि उनके समर्थक उनके लिए किस प्रकार अंधभक्ति करते हैं।