मध्यप्रदेश में यूरिया के लिए किसान भड़के, कई जगह चक्का जाम, पुलिस तैनात | MP NEWS

भोपाल। मध्यप्रदेश में रबी के सीजन में बुवाई के समय यूरिया की भारी किल्लत सामने आ रही है। किसानों को तंग किया जा रहा है यूरिया के लिए दोगुने से ज्यादा दाम लिए जा रहे हैं। खुली कालाबाजारी जारी है। इधर कमलनाथ सरकार का कहना है कि केंद्र सरकार ने पर्याप्त मात्रा में यूरिया की सप्लाई नहीं की है। बावजूद इसके हम यूरिया की कमी नहीं आने देंगे लेकिन बयान से इतर ग्राउंड जीरो पर हालात ये हैं कि यूरिया की सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात कर दी गई है। कुछ जगह तो थानों में यूरिया रखवा दी गई है और वहीं से वितरण हो रहा है।

इन जिलों में आने वाली है यूरिया की नई रैक: कृषि मंत्री सचिन यादव

कृषि मंत्री सचिन यादव ने कहा कि यूरिया की 17 रैक प्रदेश की ओर ट्रांजिट में हैं। इनसे अगले दो दिनों में सतना, सीधी, सिंगरौली, छिंदवाड़ा, सिवनी, देवास, इंदाैर, धार, खरगोन, बड़वानी, उज्जैन, आगर, जबलपुर, डिंडाेरी, कटनी, मंडला, खंडवा, बुरहानपुर, होशंगाबाद, सीहोर, नरसिंहपुर, रायसेन, भोपाल, ग्वालियर तथा दतिया आदि 25 जिलों में आपूर्ति हो जाएगी।

किसान आश्वस्त रहें, यूरिया की कमी नहीं होने देंगे: मुख्यमंत्री कमलनाथ

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किसानों काे आश्वस्त किया है कि प्रदेश में यूरिया का कोई संकट नहीं है। किसान चिंतित न हों। कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि हम निरंतर केंद्र सरकार से यूरिया का कोटा बढ़ाने को लेकर संवाद व आग्रह कर रहे हैं। यूरिया की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। आपूर्ति के हिसाब से यूरिया का वितरण निरंतर किया जा रहा है। पिछले वर्ष के मुकाबले हमने अभी तक ज्यादा मात्रा में यूरिया की उपलब्धता बिक्री सुनिश्चित की है। पर्याप्त आपूर्ति व कालाबाजारी रोकने को लेकर पूर्व में ही निर्देश जारी किए जा चुके हैं।

मप्र में यूरिया की कालाबाजारी हो रही है: उन्हें ता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव का आरोप

नेता प्रतिपक्ष गाेपाल भार्गव ने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आते ही यूरिया की कालाबाजारी शुरू हो गई है। किसानों को पुलिस के डंडे खाना पड़ रहे हैं। यूरिया के लिए झड़प की घटनाएं सामने आ रही है। 268 रुपए का यूरिया 350 से लेकर 500 रुपए प्रति कट्टा कालाबाजारी में बेचा जा रहा है।'    

अशोक नगर में अब तक 5 बार हंगामा-चक्काजाम

खाद को लेकर 5 बार किसान चक्काजाम कर चुके हैं। दुकानदार यूरिया के साथ सल्फर आदि जबरन दे रहे हैं। दो रैक की मांग की गई है। 1 एक रैक में 26 हजार मीट्रिक टन यूरिया आता है।

रायसेन में यूरिया के साथ डीएपी अनिवार्य कर दिया

बेगमगंज व गैरतगंज में किसानों ने प्रदर्शन किए है। सोसायटियों और विपणन संघ गोदाम पर नकद में ही खाद लेना पड़ रहा है। यूरिया की पांच बोरी लेने पर दो बोरी डीएपी लेना अनिवार्य है। 

विदिशा में यूरिया लूटने का खतरा, पुलिस तैनात

हालात ऐसे हैं कि थानों से यूरिया बांटा जा रहा है, ताकि कानून- व्यवस्था की स्थिति न बिगड़े। गुरुवार को यूरिया को लेकर रामलीला-बरईपुरा रोड पर किसानों ने एक घंटे तक चक्काजाम किया।

ब्यावरा में ब्लैक में बिक रही है यूरिया, ₹266 की बोरी ₹400 में

कम आपूर्ति की वजह से किसानों को 266.50 रुपए की यूरिया की बोरी लेने के लिए बाजार में 400 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं। जिले में 24 नवंबर के बाद से यूरिया नहीं आया है।

सीहोर में कालाबाजारी के खिलाफ धरना प्रदर्शन

यूरिया को लेकर शुक्रवार को तहसील चौराहा पर धरना दिया गया। इसमें खाद की कालाबाजारी पर रोष जताया गया।

गुना में गेहूं का रकबा बढ़ गया, यूरिया आधी आई

गेहूं का रकबा 8 हजार हेक्टेयर बढ़ने से यूरिया की मांग बढ़ गई है। खाद संकट को लेकर 27 नवंबर को मधुसूदनगढ़ में विरोध-प्रदर्शन हुआ।

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