भोपाल। मध्यप्रदेश के नगरीय विकास मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में मेट्रो रेल की साथ ही रैपिड रेल चलाने की योजना बनाई जा रही है। अपने विभाग के पिछले 11 माह के विकास कार्यो का ब्यौरा देने हेतु यहां आयोजित पत्रकार वार्ता में सिंह ने कहा, ‘‘मध्यप्रदेश में मेट्रो रेल की साथ रैपिड रेल चलाने की योजना बनाई जा रही है। मेट्रो रेल की तुलना में रैपिड रेल अधिक तेज चलती है। यह भविष्य की एक बहुत बड़ी सौगात मध्यप्रदेश के लिये रहेगी। इसके तहत इन्दौर-उज्जैन, इन्दौर-पीथमपुर और इन्दौर-देवास रुट पर रैपिड रेल चलाने की योजना है।
रैपिड रेल की संभाव्यता रपट दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन :डीएमआरसी: से बनवाई जा रही है।’’ उन्होंने कहा कि हमने कुछ समय पहले मेट्रोपॉलिटिन एरिया बनाने की घोषणा की थी। इसके दो कारण हैं, सबसे पहला, भोपाल और इन्दौर जिस तेज गति से फैल रहे हैं उसमें यह बहुत जरुरी हो गया है कि उसके आस पास के जो शहर हैं उनको हम सेटेलाइट टाऊनशिप में विकसित करें। इसकी आउट लाइन तय हो गई है अंतिम चर्चा ग्रामीण विकास विभाग से चल रही है क्योंकि इसमें ग्रामीण क्षेत्र भी आयेगें। यह चर्चा पूरी होनी के बाद अधिकृत तौर पर मेट्रोपॉलिटन एरिया की घोषणा कर दी जायेगी।
सिंह ने बताया कि मध्यप्रदेश के शहरों में 350 इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी तथा चरणबद्ध तरीके से धीरे धीरे सार्वजनिक परिवहन से डीजल से चलने वाली बसों को हटाया जायेगा। 40 इलेक्ट्रिक बसें इन्दौर में चालू कर दी गई हैं और जल्द ही यह भोपाल, ग्वालियर और उज्जैन में भी चलने लगेंगी। उन्होंने बताया कि महिलाओं के लिये महिलाओं द्वारा चलाया जाने वाला ई-रिक्शा भी प्रदेश के शहरों में शुरु किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इन्दौर भोपाल की मेट्रो रेल परियोजना के लिये धनराशि की पहली किश्त स्वीकृत हो चुकी है। यह अगले माह मिल जायेगी।