इंदौर में एक और हनी ट्रैप: पंप कारोबारी को फंसाया, 50 लाख मांगे

इंदौर। मध्य प्रदेश में हाई प्रोफाइल हनीट्रैप गैंग का खुलासा होने के बावजूद दर्जनों हनीट्रैप रैकेट सक्रिय हैं। इंदौर में सक्रिय ऐसे ही एक रैकेट में सारंगपुर के मोटर पंप कारोबारी को अपने जाल में फंसा लिया। हनी ट्रैप रैकेट के लोगों ने कारोबारी से ₹50 लाख की मांग की। पुलिस को जानकारी होने के बावजूद इस मामले में FIR दर्ज नहीं की गई। क्राइम ब्रांच अपने स्तर पर आरोपियों का पता लगा रही है लेकिन सवाल यह है कि जब आपराधिक प्रकरण भी दर्ज नहीं हुआ तो आरोपियों तक पहुंच कर पुलिस क्या करेगी।

यह है हनी ट्रैप की कहानी

सारंगपुर निवासी एक मोटर पंप कारोबारी सियागंज के व्यापारियों से सामान खरीदता है। 13 नवंबर को वह दोस्त के साथ व्यापारियों को 15 लाख रुपए जमा करवाने इंदौर आया था। दोपहर को उसने व्यापारियों से मुलाकात की और घर जाने लगा। तभी उसके साथ है दोस्त का परिचित मिला और एक लड़की से मिलवाने का बोलकर सांवेर रोड ले गया। दोनों दोस्त एक फ्लाइट में पहुंचे। यहां उन्हें एक युवती से मिलवाया गया।कुछ देर बाद तीन-चार युवक आ गए और उन्हें आपत्तिजनक अवस्था में पकड़ लिया। उन्हें धमकाया और दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी दी। बताया जाता है कि उनका वीडियो भी बना लिया था। 

आरोपितों ने मोटर पंप कारोबारी से 50 लाख रुपए की मांग की। करीब 3 घंटे चर्चा के बाद 30 लाख रुपए में समझौता हुआ। पंप कारोबारी ने कहा मैंने कुछ देर पूर्व ही सियागंज में 15 लाख रुपए बांटे हैं। पहली किस्त के रूप में व्यापारियों को दिए रुपए वापस लाकर दे देता हूं। उसने जमानत के तौर पर अपने साथ आए दोस्त को फ्लैट पर छोड़ दिया और रुपए लेने सियागंज आ गया। हनी ट्रैप गिरोह के दो सदस्य भी पीछे आ रहे थे। अचानक वह वन-वे में घुस गया और ट्रैफिक पुलिस ने रोक लिया। पीछे आ रहे आरोपित घबरा गए और गाड़ी पलटा कर फरार हो गए। जैसे ही आरोपित भागे मोटर पंप कारोबारी भी चालान बनवाकर सीधे सारंगपुर पहुंचा और परिजन को पूरी घटना बताई। 

शाम को मोटर पंप कारोबारी के पास रुपए के लिए कॉल आया तो परिजन ने कहा कि हम इंदौर आ रहे हैं। अभी रुपयों की व्यवस्था नहीं हुई है। शुक्रवार को वह इंदौर आए और आरोपितों को कॉल किया। इस पर उन्हें शक हो गया और उन्होंने पंप कारोबारी का दोस्त जिसे जमानत के तौर पर बंधक बनाया गया था, को रिहा कर दिया। रात को परिजन छोटी ग्वालटोली थाना पहुंचे और पूरी घटना बताई। पुलिस ने बयान लिए लेकिन बदनामी का डर दिखाकर कार्यवाही नहीं की। खबर आ रही है कि आप क्राइम ब्रांच इस मामले में जांच पड़ताल कर रही है।

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