नई दिल्ली। गहरे आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए अब वर्ल्ड बैंक ने एक बुरी खबर दी है। विश्व बैंक ने कहा है कि पाकिस्तान की आर्थिक सेहत बेहद ख़राब है। विश्व बैंक के अनुसार बढ़ता राजस्व घाटा और विदेशी मुद्रा भंडार में कमी के कारण पाकिस्तान का आर्थिक संकट खत्म नहीं हो रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय मदद के बाद भी हालात नहीं सुधेंगे
इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने के बाद से पिछले 10 महीने में पाकिस्तानी रुपए में 30 फीसदी की गिरावट आई है। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार कम हो रहा है। हाल ही में भारत में संपन्न हुए आम चुनाव में क़रीब सात अरब डॉलर खर्च हुए हैं जबकि पाकिस्तान के पास केवल इतना ही विदेशी मुद्रा भंडार बचा है। निर्यात न के बराबर हो गया है और महंगाई लगातार बढ़ रही है। वर्ल्ड बैंक ने इस रिपोर्ट में कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष द्वारा राहत पैकेज जारी किए जाने के बाद पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था में मंदी गहरा सकती है।
दुनिया में कोई पाकिस्तान को कर्ज नहीं देगा
वर्ल्ड बैंक की चेतावनी-इस रिपोर्ट में मध्यम अवधि में हल्की स्थिरता की उम्मीद की गई है। इस रिपोर्ट के अनुसार, खराब आर्थिक नीतियों की वजह से पाकिस्तान कर्ज को बोझ तले डूबता जा रहा है। बढ़ते राजकोषिय घाटे की वजह से अर्थव्यवस्था चरमरा रही है। वर्ल्ड बैंक ने चेतावनी देते हुए कहा है कि ऐसे में पाकिस्तान की आर्थिक हालत नहीं सुधरती तो वैश्विक वित्तीय बाजार में अस्थिरता की वजह से प्राइवेट एक्सटर्नल फाइनेंसिंग में भी दिक्कतें आ सकती हैं।