ग्वालियर। गजराराजा मेडिकल कॉलेज (Gajararaja Medical College) भी अब पीएचडी शुरू करने की तैयारी कर रहा है। जल्द ही इस संबंध में जबलपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी (Jabalpur Medical University) को पत्र लिखा जाएगा। उधर पीएचडी के नाम पर मनमानी फीस वसूली की शिकायत मिलने के बाद यूनिवर्सिटी ने सरकारी एवं निजी कॉलेजों के लिए शुल्क भी निर्धारित कर दिया है। इससे अधिक यदि कोई कॉलेज फीस वसूलता है तो कार्रवाई हो सकती है।
जीआर मेडिकल कॉलेज के छात्र अब तक पीएचडी जीवाजी विश्वविद्यालय (Jiwaji University) से करते हैं। फिलहाल मेडिकल कॉलेज का अनुबंध जीविवि के साथ बरकरार है। अब मेडिकल कॉलेज पीएचडी के लिए जबलपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी में आवेदन करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए केवल विभाग को यह बताना होगा कि उनके यहां क्या रिक्वायरमेंट है और कितनी फैकल्टी है। फिर एक टीम मेडिकल कॉलेज में विभाग का निरीक्षण करने आएगी और हरी झंडी मिलते ही पीएचडी की शुरूआत हो जाएगी। मेडिकल कॉलेज के प्रवक्ता डॉ. केपी रंजन ने बताया कि पीएचडी शुरू करने पर विचार चल रहा है।
जबलपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी ने सरकारी कॉलेज से पीएचडी करने पर 50 हजार शुल्क तय किया है, जबकि निजी कॉलेज के लिए शुल्क एक लाख रखा गया है। यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. आरएस शर्मा ने बताया कि कुछ छात्रों की तरफ से शिकायत मिली थी कि निजी कॉलेज पीएचडी के लिए अधिक शुल्क वसूल रहे हैं इसलिए यह आदेश जारी किया गया है, जिससे मनमानी फीस वसूली पर अंकुश लगाया जा सके।