भोपाल। नौकरशाहों की हवस ने प्रदेश के सरकारी खजाने को हजारों करोड़ का चूना लगाया। हनी ट्रैप में पकड़ी गईं आरती दयाल और श्वेता विजय जैन के मोबाइल के अलावा बैंक लॉकर से भी कई पैन ड्राइव मिले हैं। ये नोटों के बीच में दबाकर रखे गए थे। समझा जा सकता है कि ये कितने इंपोर्टेंट हैं और इनमें किस तरह के अफसरों के वीडियो होंगे। एसआईटी सारे सबूत जुटा रही है, हालांकि अभी तक उसने कोई कार्रवाई शुरू नहीं की है।
मध्य प्रदेश की सियासत से लेकर ब्यूरोक्रेसी में हड़कंप मचाने वाले बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले की एक आरोपित श्वेता विजय जैन के भोपाल स्थित एक लॉकर से पुलिस को 47 लाख नकद और मिले हैं। गुरुवार को खोले गए लॉकर में लाखों रुपए मूल्य के जेवर और 5 पेन ड्राइव भी मिले हैं। गौरतलब है कि इससे पहले मंगलवार को भी श्वेता व आरती के लॉकरों से साढ़े 13 लाख बरामद किए गए थे। इस तरह अब तक 60 लाख रुपए से ज्यादा बरामद हो चुके हैं। नगर निगम इंदौर के इंजीनियर हरभजनसिंह को ब्लैकमेल करने के मामले के खुलासे के महीनेभर एसआईटी शातिर महिलाओं के बैंक लॉकर पहुंच सकी। गुरुवार को एसआईटी ने भोपाल में दोनों आरोपियों के कुल तीन लॉकर खोले।
श्वेता विजय जैन का एक लॉकर खाली मिला लेकिन दूसरे लॉकर में 47 लाख रुपए नकद बरामद हुए। इसी लॉकर में पांच पेन ड्राइव भी नोटों की गड्डियों के बीच छुपा कर रखे गए थे। एसआईटी ने इन्हें भी जब्त कर लिया है। शक है कि सुरक्षित रखे गए इन पेन ड्राइव में प्रदेश के रसूखदारों के अश्लील वीडियो हो सकते हैं। सरकार तीन बार जांच दल में बदलाव भी कर चुकी है। बरामद हुए पैन ड्राइव को हैदराबाद फॉरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा जाएगा। एसआईटी ने दूसरी आरोपी आरती दयाल के भी भोपाल की बैंक में स्थित एक लॉकर को खोला। इस लॉकर में एसआईटी को नकदी बरामद हुई है।
जांच में शामिल अफसरों के मुताबिक आशंका है कि लॉकर से बरामद पैसा भी दोनों आरोपितों ने रसूखदारों को ब्लैकमेल कर वसूला है। सूत्रों के मुताबिक आरोपित महिलाओं की कुछ और संपत्तियों के बारे में भी एसआईटी को तथ्य मिले हैं। दीवाली बाद मामले में कुछ और बड़े खुलासे हो सकते हैं। बीते दिनों एसआईटी में तीसरी बार हुए बदलाव के बाद से जांच अब तक ध्ाीमे रफ्तार से चल रही थी। गुरुवार को प्रदेश में उपचुनाव के नतीजे आने के बाद हुई इस बड़ी कार्रवाई के राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं। अब राशि के स्त्रोत के बारे में दोनों आरोपितों से एक बार फिर जेल में भी एसआईटी पूछताछ के लिए जा सकती है।
सीआईडी ने मांगी जानकारी
एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र के मुताबिक सीआईडी ने भी श्वेता विजय जैन और आरती दयाल के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट जारी कर गिरफ्तारी मांगी है। सीआईडी द्वारा दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग मानव तस्करी से जुड़े प्रकरण में चाही गई है। गौरतलब है कि मामले में आरोपित बनी मोनिका यादव के पिता की शिकायत पर श्वेता-आरती समेत कई लोगों के खिलाफ मानव तस्करी का प्रकरण दर्ज किया गया था।