भोपाल। साफ-सफाई के दौरान मिली एक पुरानी डायरी ने राजधानी के एक परिवार में भूचाल ला दिया है। उस डायरी से महिला का पता चला कि उसका पति मांगलिक है तो उसने महिला थाने में अपनी जान को खतरा बताते हुए तलाक के लिए केस लगा दिया है। हालांकि पति का कहना है कि वह कुंडली मिलाकर शादी करने में भरोसा नहीं करता है, इसलिए शादी के वक्त बुजुर्गों ने जो समय बताया, उसी के आधार पर कुंडली बनाकर लड़की वालों को भेज दी थी।
मामला रचना नगर क्षेत्र के एक संभ्रांत परिवार का है। उनके बीच चार साल पुराना रिश्ता टूटने के कगार पर आ गया है। पति की कुंडली में मांगलिक दोष है, इस बात का पता चलते ही स्वास्थ्य विभाग में अधिकारी पति से उसकी पत्नी ने तलाक की मांग की है। उसने पति के ऊपर महिला थाना के परिवार परामर्श केंद्र में धोखे में रखकर शादी करने की शिकायत दर्ज कराई है। दोनों की शादी नवंबर 2015 में हुई थी। दंपती की डेढ़ वर्ष की एक बेटी भी है।
शादी के समय पति के परिवार की तरफ से जो कुंडली मिलान के लिए दी गई थी वह असली नहीं थी। लगभग दो माह पहले घर के स्टोर रूम की सफाई के दौरान पुरानी डायरी मिली। इसमें पति के जन्म की तारीख और समय दर्ज था। शादी के वक्त दी गई कुंडली से इसका मिलान किया तो पति के जन्म का समय अलग-अलग मिला। जब इस नए समय के अनुसार पति की कुंडली एक पंडित से बनवाई तो उसमें पति को मांगलिक दोष निकला।
मैं कुंडली मिलान में विश्वास नहीं करता। कुंडली मिलान की जिद पत्नी के परिवार की थी। कुंडली बनी हुई न होने के कारण लड़की के घर वालों की तरफ कुंडली मांगने पर जल्दबाजी में मेरी कुंडली बनवाई गई। इस दौरान जन्म का जो समय घर के बड़ों ने बताया उसी के आधार पर कुंडली बनवाकर दी थी। इस अंधविश्वास ने मेरी सहज और सुखद चल रही जिंदगी में भूचाल आ गया है। यदि मांगलिक होने के कारण कुछ होना होता तो इन चार सालों में ही हो जाता।
समझाने की कोशिश जारी पत्नी को कई कुंडली मिलान कर की गई शादी के टूटने के उदाहरण देकर समझाया गया, लेकिन पत्नी मानने को तैयार नहीं है। उसे समझाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।
-मोहिब अहमद, काउंसलर, परिवार परामर्श केंद्र
शादी के बाद भी उपाय है मंगल ग्रह का प्रभाव दाम्पत्य जीवन पर पड़ता है। मंगल अशुभ होने पर वैचारिक मतभेद होते हैं, लेकिन इसके उपाय भी हैं। यदि किसी महिला की मांगलिक व्यक्ति से शादी हो गई है तो भी वे दोनों मिलकर साथ रह सकते हैं।
- पंडित विनोद गौतम, ज्योतिषमठ संस्थान