रोटी के लिए चोरी करने वाली मासूम लड़की को 1 लाख की आर्थिक सहायता | BHOPAL NEWS

भोपाल। चक्की से आटा चोरी हो जाने के बाद अपने छोटे भाई-बहन की भूख मिटाने हेतु मंदिर के दान पात्र से 250 रुपए चोरी करने वाली 12 साल की मासूम के खिलाफ पुलिस ने अपनी कार्रवाई की है परंतु सीएम कमलनाथ (CM Kamal Nath) ने भी अपना दायित्व निभाया। उन्होंने बच्ची को 1 लाख रुपए की आर्थिक सहायता एवं अनाज देने का ऐलान किया है। 

सीएम कमलनाथ ने ट्वीट में लिखा-कई बार जीवन यापन के लिए, अभाव में मासूम ग़लत राह पकड़ लेते हैं। उन्होंने आगे लिखा कि सागर ज़िले के रहली गांव के मज़दूर परिवार को एक लाख की आर्थिक सहायता प्रदान करने का निर्देश दे दिया गया है। साथ ही उसके परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ, परिवार को राशन और बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था भी सरकार करेगी।

ये है रोटी चोर की कहानी

सागर ज़िले के टिकीटोरिया में रहने वाली इस बच्ची ने अपने भाई-बहन की रोटी का इंतज़ाम करने के लिए गांव के मंदिर में चोरी कर ली थी। 12 साल की ये बच्ची मंदिर की दान पेटी से 250 रुपए निकाल लायी थी। उसमें से 180 रुपए में उसने आटा खरीदा और बाकी 70 रुपए अपने बैग में रख लिए थे।

CCTV ने पकड़ी चोरी

भूख़़ से बेबस बच्ची इस बात से अनजान थी कि मंदिर में सीसीटीवी लगा हुआ है। जो उसकी हरक़त को क़ैद कर रहा है। चोरी पकड़ में आते ही बच्ची को पकड़ लिया गया और उसे बाल सुधार गृह शहडोल भेज दिया गया।

बिना मां की बच्ची

इस 12 वर्षीय बच्ची के सिर से तीन साल पहले मां का साया उठ गया था। उसके पिता मज़दूरी करते हैं। मजदूरी के उसी थोड़े-बहुत पैसे से वो अपना और अपने तीन बच्चों का पेट पालते हैं। ये बच्ची छोटे भाई-बहनों के लिए घर में मां की भूमिका निभाती है और फिर बाहर निकलकर रोटी-पानी का इंतज़ाम करती है। इन सब ज़िम्मेदारियों के बीच वो पढ़ने स्कूल भी जाती है।

बच्ची का बयान

पकड़े जाने के बाद बच्ची ने बताया कि उसने छोटे भाई-बहन के खाने के लिए पैसे चुराए थे। पिता ने उसे दो किलो गेहूं पिसवाने के लिए दिए थे लेकिन उसके गेहूं किसी ने चक्की से चुरा लिए। पिता ने बहुत मुश्किल से जैसे-तैसे दो किलो गेहूं का इंतज़ाम किया था। वो डर गयी कि अब पिता को क्या बताएगी। बस उन्हीं हालात में उसके मन में चोरी की बात आ गयी। वो मंदिर गयी। दान पेटी की गुंडी बहुत आसानी से खुल गई और उसने उसमें से 250 रूपए निकाल लिए। पुलिस जब उसे पकड़ने घर गयी तो उसने पिता को बताया कि 180 रुपए का आटा ख़रीदने के बाद बाकी बचे 70 रुपए उसने स्कूल बैग में रख दिए हैं।

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