भोपाल। संस्कृत भारती मध्य भारत न्यास द्वारा उत्तमचंद इसराणी सभागार में अधिवक्ताओं हेतु एक दिवसीय संस्कृत संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संस्कृत भारती के क्षेत्रिय संघठन मंत्री श्री प्रमोद पंडित ने कहा कि भारतीय ज्ञान एवं विज्ञान परम्परा को जानने के लिए संस्कृत का अध्ययन परम आवश्यक है।
संस्कृत को विश्व पटल पर स्थापित करने के लिए संस्कृत भारती सतत प्रयासरत है। भारतीय संस्कृति एवं जीवन परम्परा के समुन्न्यन विकास हेतु संस्कृत शास्त्रों का अध्ययन अत्यंत आवश्यक है । इस हेतु समाज के सभी वर्गों को संस्कृत का अध्ययन करना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री आशुतोष मिश्रा, माननीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश जी ने की उन्होंने बताया कि धर्म शास्त्र न्यायशास्त्र आज भी न्यायप्रक्रिया में अत्यंत उपयोगी है।
इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता वी केसांगी, डॉ. मनीष जुगरान, श्री सूर्यप्रकाश जोशी, प्रांत संगठन मंत्री नीरज दीक्षित, बृजेश साहू, संजेश मीणा एवं अनेक अधिवक्ता गण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता मुकुंद अग्रवाल ने किया।