महेश्वर। महेश्वर में नर्मदा नदी का जलस्तर सामान्य 140 मीटर से बढ़कर 146 मीटर हो गया। खतरे का निशान 147 मीटर है। बाढ़ से किनारे के सभी घाट डूब गए। छह साल बाद सोमवार को नर्मदा का पानी नर्मदा मंदिर के आगे मुख्य रपट पार कर गणपति मंदिर के नीचे तक आ गया।
प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से रविवार रात 11.40 बजे ही मोरटक्का पुल से ट्रैफिक रोक दिया था। इस कारण रविवार रात से ही पुल के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। सोमवार को कतार और लंबी हो गई। छोटे वाहनों को एक्वाडक्ट पुल से निकाला गया। कई बड़े वाहन चालक बाढ़ का पानी कम होने के इंतजार में खड़े रहे तो कुछ देशगांव के रास्ते खलघाट होते हुए इंदौर की ओर निकल गए। पुलिस व प्रशासन के कर्मचारी पुल पर मौजूद हैं। प्रशासन ने रविवार शाम को ही नर्मदा किनारे आश्रम व मंदिर खाली करा लिए थे।
नर्मदा को ऊपरी क्षेत्र से प्रवाह ज्यादा होने और बरगी-तवा बांधों के गेट खोलने से नर्मदा में बाढ़ है। प्रवाह कम होने और पुल की जांच के बाद ही आवागमन शुरू किया जाएगा। बांध का जलस्तर 193 मीटर पर है।
ममता खेड़े, एसडीएम, पुनासा