भोपाल। झांसी मेडिकल कॉलेज में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत इलाज के लिए जाने वाले मध्यप्रदेश निवासी मरीजों को इलाज नहीं दिया जा रहा है। झांसी मेडिकल का कहना है कि कमलनाथ सरकार ने उनके 34 लाख रुपए का भुगतान रोक लिया है। बदले में उन्होंने मध्य प्रदेश के नागरिकों का इलाज रोक दिया।
मध्यप्रदेश के 10 जिलों के मरीज झांसी जाते हैं
बता दें कि मध्य प्रदेश के छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, दतिया एवं शिवपुरी के नागरिक झांसी मेडिकल कॉलेज में ही इलाज कराने जाते हैं, क्योंकि यह उनके सबसे नजदीक है। झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में बुंदेलखंड ही नहीं शिवपुरी सहित अन्य जिलों के मरीज आते हैं। इसका बड़ा कारण झांसी से सटे मप्र के जिलों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं न होना हैं। एमपी सरकार ने यदि समय रहते बकाया 34 लाख का भुगतान नहीं किया तो, स्थिति बिगड़ सकती है।
35 लाख का बिल बना, मप्र ने 1.25 लाख जमा कराया
मेडिकल कॉलेज में आयुष्मान योजना के अंतर्गत जब से शुरू हुई तब से अब तक 35 लाख रुपए का बिल बना है जिनमें महज सवा लाख रुपए का बिल जमा हुआ है। बाकी पेमेंट अटका होने के कारण मेडिकल कॉलेज विभिन्न कंपनियों से ली गई दवाएं व अन्य सामान का भुगतान नहीं कर सका है। इसी के चलते अब मध्यप्रदेश के मरीजों को यहां इलाज मिलना बंद हो गया है। इसके पीछे और कारण सरकार द्वारा गोल्डन कार्ड बनाने वाले पोटर्ल को अक्षम कर देना बताया जा रहा है।
क्या है आयुष्मान योजना
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की शुरुआत 23 सितंबर 2018 को की गई थी। इसके तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों को लाभार्थी बनाया गया। योजना के पैनल में शामिल सरकारी और निजी अस्पतालों में लाभार्थी इलाज करा सकते हैं। योजना के तहत लाभार्थी को प्रति पांच लाख रुपए का इलाज मुफ्त उपलब्ध कराने का प्रावधान है।