जाम गेट में हादसा नहीं, साजिश के तहत हत्या हुई थी: सुधीर के पिता का संदेह | MP NEWS

महू/खरगोन। जाम गेट क्षेत्र में 22 सितंबर को हुई कथित कार दुर्घटना पर सवाल खड़े हो गए हैं। इकलौते बेटे सुधीर और बहू प्रीति को खोने वाले पिता सुरेश गुजराती ने संदेह जताया है। उनका कहना है कि मौका मुआयना करने के बाद हादसे की कहानी पर भरोसा नहीं किया जा सकता। हां, संदेह किया जा सकता है कि यह एक साजिश के तहत की गई हत्या है जिसे हादसे का नाम दिया गया है। 

पिछली सीट पर बैठी लड़की कैसे कूद गई

उन्होंने कहा- जैसे कि बताया जा रहा है कि कार खाई से मात्र चार से पांच फीट दूर खड़ी थी। कार के स्टार्ट होकर खाई की ओर जाने में क्षणभर लगा होगा। इस क्षणभर के समय में कार की पिछली सीट पर सवार लड़की के कूद जाने और आगे की सीट पर सवार सुधीर और प्रीति के नहीं कूदने पर भी संदेह हो रहा है। लड़की खाई में न गिरकर पत्थरों पर गिरना कैसे संभव है। क्षणभर में कार का दरवाजा खोलना और बाहर कूद जाना भी संभव नहीं है। ऐसा सुधीर और प्रीति भी कर सकते थे।

साजिश में कुछ और लाग भी शामिल होंगे

गुजराती ने बताया कि जैसा कि पुलिस को लड़की ने बयान दिया कि सुधीर ने कार में बैठकर शराब पी। कार में बैठा व्यक्ति अंदर क्या कर रहा है। उसके बाहर वाला देख और समझ नहीं सकता। गुजराती ने यह शंका भी व्यक्त की है कि घटना स्थल पर कुछ लोग भी पहले से छिपे बैठे हों। उन्होंने भी घटना को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई हो। 

कई अनसुलझे सवाल हैं

घटना के बाद सुधीर और प्रीति के सोने के आभूषण और दोनों के मोबाइल कहां हैं, यह जानकारी परिजन को अब तक नहीं है। प्रीति की सोने की चेन और मंगलसूत्र और सुधीर के गले में भी सोने की दो चेन थीं। वहीं प्रीति ने सोने की अंगूठियां पहन रखी थीं, जो निकलना संभव नहीं थीं। अंत्येष्टि के पूर्व इन अंगुठियों को काटकर निकलना पड़ा। गुजराती ने कहा कि बहुत से ऐसे सवाल और शंकाए हैं, जिन पर पुलिस पूरे घटनाक्रम की सूक्ष्मता से छानबीन करे।

घटनाक्रम क्या हुआ था

ज्ञात हो कि सुधीर गुजराती, शहर के थोक किराना व्यापारी थे। उनके परिवार का जवाहर मार्ग स्थित प्रतिष्ठान पर थोक का बड़ा कारोबार है। रविवार रात मंडलेश्वर जाम गेट पास पहाड़ी से उनकी कार गहरी खाई में गिरी थी। इस घटना में सुधीर और प्रीति की घटनास्थल पर ही मौत गई। घटना में वाहन में सवार उनकी महेश्वर निवासी मित्र दीपिका घायल हो गई थी, जिसका उपचार इंदौर में चल रहा है।

दीपिका कुशवाहा का इंतजार कर रही है पुलिस

इधर हादसे में पुलिस की जांच फिलहाल आगे नहीं बढ़ी है। हादसे के बाद से लगातार सवाल तो उठ रहे हैं लेकिन इनके जवाब अब तक नहीं मिले हैं। पुलिस अब हादसे में बची दीपिका कुशवाहा को ही अपनी जांच की मुख्य कड़ी मान रही है। घटना के बारे में गहराई से तफ्तीश करने के लिए पुलिस अब दीपिका और गुजराती दंपती के परिवार और उनसे जुड़े बहुत से लोगों के बयान ले सकती है। हालांकि इस जांच में सबसे अहम दीपिका के ही बयान हैं जिनके आधार पर अब तक की कहानी बताई जा रही है।

पुलिस ने भी माना कि कुछ अजीब तो है

मंगलवार को पुलिस ने मामले में कोई खास कदम नहीं उठाया है। पुलिस भी मानती है कि सुधीर जैसे अनुभवी व्यक्ति का खाई के इतने नजदीक गाड़ी पार्क करना, वहां शराब पीना और लौटते वक्त गाड़ी का खाई में गिर जाना लेकिन दीपिका का किसी तरह बच जाना और सुबह से घूमने के लिए निकले इन लोगों का शाम सात बजे के अंधेरे में इस स्थान पर होना वाकई कुछ अजीब है। 

सबसे अजीब है दीपिका और सुधीर की दोस्ती

इसके अलावा सबसे ज्यादा अजीब दीपिका और गुजराती दंपती की फेसबुक पर हुई इतनी गहरी दोस्ती है। पुलिस अब इसी दोस्ती के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है। इसके लिए अब इनके कॉल डीटेल निकाले जाएंगे।

पुलिस ने अब तक कुछ नहीं किया

आज तो कोई बयान नहीं हुए हैं, लेकिन हम इसकी जांच कर रहे हैं। कॉल डीटेल भी इसमें अहम कड़ी साबित हो सकते हैं। -रॉबर्ट गिरवाल, टीआई, बड़गौंदा थाना

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