भोपाल। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव आहत हैं। वो दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच चल रही खुली कबड्डी से व्यथित हैं। एक ट्वीट करके उन्होंने भी कबड्डी के मैदान में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है। बता दें कि अरुण यादव को अचानक प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया था। तभी से अरुण यादव लूप लाइन में हैं।
पहले पता होता तो लड़ाई ही नहीं लड़ता
मध्य प्रदेश के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव का ये ट्वीट मध्य प्रदेश में दिग्गज नेताओं की उठापटक के बीच आया है। उन्होंने लिखा है -मैं बहुत आहत हूँ। मध्य प्रदेश में 15 साल तक ईमानदार पार्टीजनों के साथ किए गए संघर्ष के बाद मात्र 8 महीनों में जो स्थितियां सामने आ रही हैं, उसे देखते हुए बहुत व्यथित हूँ। यदि इतनी जल्दी इन दिनों का आभास पहले ही हो जाता तो शायद जान हथेली पर रखकर ज़हरीली और भ्रष्ट विचारधारा के ख़िलाफ़ लड़ाई नहीं लड़ता, बहुत आहत हूँ।
दिग्विजय की चिट्ठी के बाद से बवाल
पीसीसी चीफ की नियुक्ति के लिए मारामारी और फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया की दावेदारी के कारण पार्टी में पहले ही घमासान मचा हुआ था। रही-सही कसर दिग्विजय सिंह की चिट्ठी ने पूरी कर दी जो उन्होंने कमलनाथ के मंत्रियों को लिखी थी। वन मंत्री उमंग सिंघार ने सीधे-सीधे दिग्विजय सिंह के ख़िलाफ मोर्चा खोल दिया और पार्टी आलाकमान सोनिया गांधी तक शिकायत लेकर पहुंच गए। सिंघार सामने आए तो दूसरी तरफ से दिग्विजय सिंह समर्थक मंत्रियों ने मोर्चा संभाल लिया। अब कांग्रेस का हर गुट सक्रिय है और अपनी अपनी बात कह रहा है।
मप्र मे 15 सालों तक ईमानदार पार्टीजनों के साथ किये गए संघर्ष के बाद 8 महीनों मे जो स्थितियां सामने आ रही हैं,उसे देखते हुए बहुत व्यथित हूँ,यदि इतनी जल्दी इन दिनों का आभास पहले ही हो जाता तो शायद जान हथेली पर रखकर जहरीली और भ्रष्ट विचारधारा के ख़िलाफ़ लड़ाई नही लड़ता,बहुत आहत हूँ। pic.twitter.com/TFMqwK64kO— Arun Yadav (@MPArunYadav) September 3, 2019