मंत्री पटवारी के खिलाफ लामबंद हुए पटवारी कर्मचारी, बस्ता बंद हड़ताल की चेतावनी | MP EMPLOYEE NEWS

रामबिहारी पांडेय/सीधी। मध्य प्रदेश के खेल मंत्री के पटवारियों के सम्बंध मे दिये गये बयान पर पटवारी आगबबूला हो गये है। पटवारी संघ का मानना है कि मंत्री ने उनके मान सम्मान स्वाभिमान और अस्मिता पर चोंट पहुंचाई है जिसे पटवारी संघ सहन नही करेगा तीन दिन के भीतर मंत्री अगर मांफी नही मांगी तो 3 अक्टूवर 19 से प्रदेश भर के पटवारी बस्ता जमाकर प्रभार सौप अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चला जायेगा जिसका जिम्मेदार शासन होगा। 

बता दे कि मध्य प्रदेश शासन के खेल एवं उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने भरी सभा मे सभी पटवारियों को घूस खोर कहा था मत्री ने सौ फीसदी पटवारी रिश्वत लेते है का बयान दिया था जिसको लेकर पूरे प्रदेश के पटवारी आक्रोशित हो गये है वे खुद को अपमानित महसूस करने की बात कहकर ग्रामीण क्षेत्रों मे पटवारी को शासन के रेढ़ की हड्डी करार दिया है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन्द्र सिंह बाघेल सोमवार को सीधी पहुंचकर पटवारियों की सभा लेने के बाद कलेक्टर को ज्ञापन सौपा है। 

इस दौरान उन्होने कहा कि पटवारी शासन व प्रशासन के सभी आदेशों का पालन करता है वह 24 घन्टे सेवाए देता है प्रशासन के सभी कार्य चाहे वाढ़ हो फसल सर्वे हो पीएम किसान योजना हो वीपीएल राशन कार्य अतिवृष्टि जन हानी पशु हानी मकान छति सहित तमाम कार्य करता है सभी विपरीत परिस्थियों के समय भी पटवारी अपने कर्तव्य पर डंटा रहता है पीछे नही जाता है इसके वावजूद एक जिम्मेवार मत्री अपमानित करे उसे पटवारी सहन नही कर सकेगा। 

ज्ञापन मे प्रदेश महामंत्री धर्मेन्द्र शर्मा ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार के मत्री का बयान निंदनीय है पूरे प्रदेश के पटवारी शासन के आदेश के अनुरूप ही पूरे कार्य करता है हर कार्य पारदर्शी है। शर्मा ने आंगे कहा कि नामांतरण बंटवारा सीमांकन के कार्य आनलाइन हो रहे है तहसील कार्यालयों से ही निराकृत कर इंद्राज किये जा रहे है जिन कार्यो का जिम्मेवार पटवारी नही होता उसके लिये भी पटवारी को ही दोषी करार देकर दण्डित किया जाता है अब तो शासन के मंत्री सार्वजनिक तौर पर अपमानित और प्रताड़ित करने लगे है। 

जिससे पटवारियों का मनोबल गिरा है मत्री पटवारी प्रदेश के पटवारियों का अपमान किये है जिसका संगठन घोर निंन्दा करती है। जिस तरह से सार्वजनिक तौर पर अपमान किया है उसी तरह तीन अक्टूबर के पूर्व सार्वजनिक मांफी मांग लें अन्यथा पटवारी संघ अपने स्वाभिमान के लिये समस्त प्रभार देकर हड़ताल पर जायेगा। इस दौरान पूरे जिले के पटवारी जिला मुख्यालय पहुंचकर रैली निकाली और ज्ञापन सौपा है।

क्या कहा था मंत्री पटवारी ने

उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने शनिवार को रंगवासा में आपकी सरकार-आपके द्वार कार्यक्रम में मंच से कहा था कि कलेक्टर साहब... आपके 100 फीसदी पटवारी रिश्वत लेते हैं। इन पर आप लगाम कसिए। उन्होंने कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव से कहा कि हाथ जोड़ने के बाद अनुरोध से भी यह काम करने के लिए नहीं मानते हैं। पटवारी ने लोगों से कहा कि रिश्वत लेना और देना दोनों अपराध है। कोई मांगे तो आप इसे मना करें और काम करवाएं। यदि आवेदन के बाद भी काम नहीं होता है तो आप मुझे बताएं। आप लोग मेरे व्यक्तिगत स्वभाव को जानते हैं। हम अच्छा काम करना जानते हैं। यदि किसी के आवेदन पर काम नहीं होता है और लापरवाही बरती जाती है तो संबधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इंदौर में भी प्रदर्शन किया गया

इंदाैर कलेक्ट्रेट कार्यालय में पटवारियों ने पटवारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पटवारियों का कहना है कि जीतू पटवारी ने सार्वजनिक मंच से सभी शासकीय पटवारियों को रिश्वतखोर बताकर प्रदेश के समस्त पटवारियों के मान-सम्मान, स्वाभिमान और अस्मिता को ठेस पहुंचाई है। इस बयान से पटवारियों को मानसिक आघात पहुंचा है। इससे पटवारियों का मनोबल टूटा है और पटवारी खुद को अपमानित महसूस कर रहा है। जीतू पटवारी के बयान के खिलाफ पटवारी तीन दिन के सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। यदि पटवारी से सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे।

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