ग्वालियर। कार लोन के लिए बैंक में सिक्योरिटी के रूप में जमा कराए चेकों का बैंक मैनेजर ने मिसयूज किया और लोन की राशि का भुगतान करने के बाद भी एक अन्य लोन में गारंटर के रूप में इस्तेमाल किया। ठगी का पता उस समय चला जब उक्त चेकों पर तीन करोड़ का चेक बाउंस होने का नोटिस व्यापारी को मिला। घटना इंदरगंज थाना क्षेत्र के यूको बैंक की है। नोटिस मिलते ही पीडि़त बैंक पहुंचा और मामले का पता चलते ही उसने ठगी की शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने जांच के बाद तत्कालीन मैनेजर के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज कर लिया है।
कार लोन चुका दिया फिर भी बैंक ने सिक्योरिटी चेक वापस नहीं किए
इंदरगंज थाना पुलिस ने बताया कि मौ भिण्ड निवासी रामनिवास पुत्र हरिनारायण सोनी व्यापारी है और उनका वेयर हाउस है। वर्ष 2012 में उन्होंने यूको बैंक से कार लोन लिया था, जिसके लिए सात चेक बैंक में जमा कराए थे। उक्त लोन को उन्होंने जमा करा दिया और वर्ष 2015 में खाता भी बंद कर दिया। साथ ही जमा चेकों को वापस मांगा, लेकिन बैंक ने चेक वापस नहीं किए।
भाई ने 2 करोड़ का लोन लिया, उसमें चेक मिसयूज किए
कुछ समय पहले उनके घर पर बैंक से नोटिस आया, जिसमें पता चला कि उनके चेकों का इस्तेमाल किसी अन्य लोन में हुआ है और चेक बैंक में लगाने पर बाउंस हो गए हैं। इसका पता चलते ही वे बैंक पहुंचे और जानकारी की तो पता चला कि उनके भाई श्याम सुंदर सोनी, व दूसरे भाई की पत्नी नीलम के नाम से एक अन्य वेयर हाउस है, जिस पर 2 करोड़ 45 लाख रुपए के ऋण के लिए उनके चेकों का इस्तेमाल गारंटर के रूप में हुआ है। जबकि उन्होंने उन्हें कोई चेक नहीं दिए। इसका पता चलते ही वे थाने पहुंचे और मामले की शिकायत की। पुलिस ने उनकी शिकायत पर तत्कालीन मुख्य प्रबंधक यूको बैंक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।