मंडला। नर्मदा के पावन तट पर ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन की जिला स्तरीय बैठक एसोसिएशन के संयोजक एवं प्रांताध्यक्ष डी के सिंगौर की अध्यक्षता में आयोजित हुई। पहली बार आयोजित एसोसिएशन की बैठक की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई। बैठक में उपस्थित कुछ अध्यापक शिक्षकों ने एम्पलाइ कोड़ जारी ना होने की समस्यायों को रखा, प्रांतीय अध्यक्ष डी के सिंगौर ने इस समस्या जानकारी विस्तार से दी, साथ ही इन सभी के यूनिक आईडी लेकर एम्पलाइ कोड़ नहीं आने की सही जानकारी लेने की बात कही।
उपस्थित शिक्षकों द्वारा वर्तमान में जिला प्रशासन द्वारा अतिशेष शिक्षकों के स्थानांतरण में भारी विसंगति होने की बात कही गई, जिसमें कुछ अतिशेष शिक्षकों के चयन में नियमों का उल्लघंन किया गया। बिना कांउसलिंग और जानकारी के अतिशेष शिक्षकों को वर्तमान पदस्थापना से काफी दूर पदस्थ कर दिया गया जबकि उनके पदस्थ शाला के आस-पास की शालाओं में रिक्त पद दिखा रहे हैं। बैठक के बाद ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन द्वारा सहायक आयुक्त विजय तेकाम से मिलकर ऐसे सभी अतिशेष शिक्षकों के पक्ष में आवाज रखी गई एवं गलत अतिशेष मामलें को निरस्त करने की मांग की गई ॥ उचित निराकरण नहीं होने पर आन्दोलन और कोर्ट जाने पर विचार किया जाएगा।
एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष डी के सिंगौर द्वारा स्वैच्छिक स्थानांतरण, एनपीएस की विस्तृत जानकारी दी। बैठक में संगठनात्मक चर्चा भी की गई और जिला कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें सभी ने सर्वसम्मति से उच्च माध्यमिक शिक्षक रविन्द्र चौरसिया को एसोसिएशन का मण्डला जिले का जिलाध्यक्ष चुना गया तथा श्रीमती अंजू दुबे को महिला प्रकोष्ठ का जिलाध्यक्ष चुना गया। जिला कार्यकारिणी में संगठन मंत्री शिवशंकर पाण्डेय , वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्याम बैरागी, अभित गुप्ता, उपाध्यक्ष कोमल बघेल, आशित लोथ, धीरज चौधरी, उमेश यादव, मोहन यादव, माखन चौहान, भगवान दास यादव, सचिव संजीव दुबे, संयुक्त सचिव राजकुमार यादव, सह सचिव आभा दुबे, कोषाध्यक्ष सनातन सैनी, उपकोषाध्यक्ष पतिराम डिबरिया, सक्रिय सदस्यों में लक्ष्मण सिंगौर, राम ज्योतिषी, अशोक अर्शिया, दिनेश खंडवाहे, धनीराम कुंजाम का मनोनयन किया गया।
बैठक में ठंडे बस्ते में डले मामलें जैसे 2005 के पूर्व के अध्यापकों के लिए पुरानी पेंशन, अप्रैल 2013 से छठवें वेतनमान और जनवरी 2016 से सातवें वेतनमान का मामला कोर्ट में लगाने का भी सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया, साथ ही एसोसिएशन द्वारा मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलकर वचन पत्र के अनुसार शिक्षाकर्मियों, गुरूजियों एवं संविदा शिक्षकों को प्रथम नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता देने, विभाग में नियुक्ति के स्थान पर संविलियन करने, प्राथमिक शिक्षक, माध्यमिक शिक्षक और उच्च माध्यमिक शिक्षक के स्थान पर सहायक शिक्षक, शिक्षक और व्याख्याता पदनाम देने आदि की मांग करने का निर्णय लिया गया। ट्रायबल क्षेत्र में शिक्षा के विकास के लिए एसोसिएशन के योगदान की क्या भूमिका हो सकती है इस पर अलग से बैठक आयोजित कर निर्णय लिया जायेगा।