ग्वालियर। शिन्दे की छावनी स्थित तिवारी नर्सिंग होम में मंगलवार सुबह भर्ती हुई महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। महिला की मौत होने पर परिजनों ने इलाज कर रहे डॉक्टर पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए मौत का जिम्मेदार डॉक्टर ठहराते हुए अस्पताल में हंगामा कर दिया। परिजनों का कहना था कि जबतक दोषी डॉक्टर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज नहीं होगा जबतक शव अस्पताल से नहीं ले जाएंगे। घटना के एक घंटे बाद भी थाना इंदरगंज पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे थे। और परिजनों का हंगामा जारी था।
मिली जानकारी के अनुसार थाना इंदरगंज क्षेत्र के खल्लासीपुरा निवासी जमुना देवी उम्र पचास साल को मंगलवार को सुबह उल्टी दस्त होने पर उनका बीस वर्षीय बेटा इलाज के लिए शिन्दे की छावनी स्थित तिवारी नर्सिंग होम पहुंचा था। जमुना देवी का स्वास्थ्य परीक्षण कर उसे इलाज के लिए यहां मौजूद चिकित्सकों ने भर्ती कर लिया। भर्ती होने के बाद डॉक्टर ने जमुना देवी को इंजेक्शन लगाया। इजेेंक्शन लगाने के कुछ देर बाद ही जमुुुना देवी के हाथपैर अकड़ गए व अर्धचेतन हो गई। और कुछ ही देर बाद जमुना देवी की मौत हो गई। महिला की मौत के बाद मृतका के परिजन के साथ ही नातेरिश्तेदार भी अस्पताल पहुंच गए। और डॉक्टर पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए डैड बॉडी अस्पताल परिसर में रखकर हंगामा करने लगे।
मृतका के बेटे अजय बाथम ने बताया कि उसके पिता की मौत हो चुकी है और घर में मां के अलावा हम एक भाई बहन है, मम्मी सुबह बिल्कुल ठीक थी, और उन्होंने घर का पूरा काम भी किया था, उसके कुछ देर बाद उनके पेट में मरोड़ उठने लगा साथ ही उल्टी दस्त होता देख उन्हें इलाज के लिए तिवारी नर्सिंग होम में भर्ती कराया था। जहां डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन लगाकर मां की जान ले ली।
महिला की मौत के बाद परिजनों ने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के मौके पर नहीं पहुंचने के कारण परिजनों ने महिला के शव को सडक़ पर रखकर चक्काजाम शुरु कर दिया। जिससे शिन्दे की छावनी वाले इस व्यस्तम मार्ग पर यातायात बाधित होने के बाद भी घटना के एक घंटे बाद भी थाना इंदरगंज पुलिस मौके पर नहीं पहुंची थी।