ग्वालियर। जनप्रतिनिधियों की पसंद के थाना प्रभारी की सूची फिलहाल प्रभारी मंत्री के पास फंसी नजर आ रही है। प्रभारी मंत्री ने जनप्रतिनिधियों की पसंद को देखते हुए लिस्ट तैयार कराई थी और एक सप्ताह में उस पर तैनाती के निर्देश दिए थे, लेकिन 19 दिन बीतने के बाद भी सूची फायनल नहीं हुई और अभी तक कोई भी तबादला (Transfers) नहीं हुआ है, जिससे जनप्रतिनिधियों को भी अब लिस्ट पर कार्रवाई को लेकर आशंका है।
25 जून को ग्वालियर के प्रभारी मंत्री उमंग सिंघार जिले के दौरे पर आए थे। उस समय शहर और देहात के जनप्रतिनिधियों ने उनसे मुलाकात की थी। मुलाकात में सभी जनप्रतिनिधियों ने एक साथ बात रखी थी कि कुछ थाना प्रभारी उनकी बात नहीं सुनते हैं। जबकि उनके लोगों को परेशान होना पड़ता है, इससे उनकी अपने क्षेत्र में बजनदारी कम हो रही है। साथ ही पार्टी की छवि पर भी असर पड़ रहा है। इस पर प्रभारी मंत्री ने उन थाना प्रभारियों की सूची मांगी थी जो प्रभावी कार्रवाई कर जनता की मदद करने वाले हों। जिस पर जनप्रतिनिधियों ने अपनी-अपनी सूची प्रभारी मंत्री को दी थी।
जनप्रतिनिधियों की मांग पर प्रभारी मंत्री उमंग सिंघार ने थाना प्रभारियों की लिस्ट को चार जुलाई तक फायनल कराकर थाना प्रभारियों की तैनाती का आश्वासन जनप्रतिनिधियों को दिया था। जनप्रतिनिधियों को भी आस थी कि उनकी बात का मान रखते हुए यह सूची तय समय पर आ जाएगी। प्रभारी मंत्री ने 4 जुलाई तक थाना प्रभारियों के तबादले की बात जनप्रतिनिधियों से कही थी। जो अल्टीमेटम दिया था उसका समय गुजरे 10 दिन का समय बीत गया है। अभी तक कार्रवाई नहीं होने से जनप्रतिनिधियों का मनोबल गिर रहा है।
ये नाम लिस्ट में
जनप्रतिनिधियों ने जो सूची प्रभारी मंत्री को सौंपी थी उसमें शहर और देहात के 12 थानों के प्रभारियों के नाम थे। शहर में प्रमुख रूप से माधवगंज, जनकगंज, कोतवाली, कम्पू, झांसी रोड, गिरवाई, महाराजपुरा और इंदरगंज थाना इस लिस्ट में शामिल हैं।