इंदौर। देश, प्रदेश और कांग्रेस में हमेशा न्याय की बात करने वाले मंत्री सज्जन सिंह वर्मा अब विवाद में फंस गए हैं। आरोप है कि मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सूबेदार सोनू वाजपेयी का केवल इसलिए तबादला करवा दिया क्योंकि उन्होंने ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले मंत्री के भतीजे अभय वर्मा को रोक लिया था। याद दिला दें कि विधायक आकाश विजयवर्गीय के बल्लाकांड में मंत्री सज्जन सिंह वर्मा काफी एक्टिव हुए थे।
भाजपा के कार्यकर्ता विधायक रमेश मेंदोला और आकाश विजयवर्गीय के नेतृत्व में बुधवार दोपहर कलेक्ट्रेट पहुंचे और सूबेदार सोनू वाजपेयी के ट्रांसफर का विरोध किया। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा। बता दें कि बीते दिनों मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के भतीजे अभय वर्मा का सूबेदार सोनू वाजपेयी के साथ ट्रैफिक नियम तोड़ने को लेकर के विवाद हुआ था, जिसके बाद सूबेदार सोनू वाजपेयी का ट्रांसफर कर दिया गया था। इसी के विरोध में भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय एक बार फिर से मैदान में उतरे और विरोध दर्ज करवाया।
निगमकर्मी की बल्ले से पिटाई कर चर्चा में आए विधायक आकाश विजयवर्गीय का कहना था कि कमलनाथ सरकार के आते ही कांग्रेस नेता मनमाने तरीके से अधिकारियों का ट्रांसफर करवा रहे हैं, जो कि गलत है। यहां तक की अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार तक किया जा रहा है।
वहीं विधायक रमेश मेंदोला ने कहा कि सरकार में खलेआम ट्रांसफर उद्योग चल रहा है। जिसकी जहां मर्जी उसे वहां भेजा जा रहा है। सरकार की इस मनमानी से ईमानदार कर्मचारी परेशान हो रहे हैं। कल रात की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि ओमेक्स सिटी में व्यापारी के यहां लूट हुई, लेकिन पुलिस ने चोरी का केस दर्ज किया। इससे पता चलता है कि मप्र में केवल रूपयों की कमाई की जा रही है, जनता की परेशानी का किसी को ध्यान नहीं है।