ग्वालियर। कुछ सालों से ग्वालियर की सड़कों पर दोपहर 1 से 2 बजे के बीच स्कूल बसों से जाम के हालात बनने और बेहाल करने वाली गर्मी और जाम फंसकर लोगों के परेशान होने का नजारा आम बात हो गया था। अब ऐसा नहीं होगा। यातायात पुलिस, परिवहन विभाग के सिर्फ 30 मिनट के टाइम मैनेजमेंट फंडे ने काफी हद तक जाम लगने से रोका है।
1 जुलाई को स्कूल खुलने के पहले दिन शिवपुरी लिंक रोड, मुरार बड़ागांव स्थित स्कूलों की टाइमिंग में 30 मिनट का अंतराल रखकर एक प्रयोग किया गया था, जो पहले दिन काफी हद तक सफल रहा है। दोनों एरिया के स्कूलों की बसें करीब 25 से 30 मिनट के अंतराल पर निकली जो बाड़ा, सराफा, नई सड़क, मुरार, थाटीपुर सहित शहर के कई प्वाइंट से गुजरीं पर जाम नहीं लगा। कुछ एक जगह संकरे रास्तों और रॉन्ग साइड आ रहे वाहनों से जाम जरुर लगा। फिलहाल पुलिस का टाइम मैनेजमेंट कारगर होता दिख रहा है।
700 बसें एक साथ सड़कों पर लगता था जाम
शहर में शिवपुरी लिंक रोड, बड़ागांव मुरार रोड पर 80 प्रतिशत सीबीएससी व एमपी बोर्ड के प्रायवेट स्कूल हैं। जिनमें करीब 700 बसें लगी है। सुबह के समय तो अलग अलग क्षेत्र से बसें आती हैं, लेकिन जब दोपहर 1 से 2 बजे के समय स्कूलों की एक साथ छुट्टी होती है तो मुरार और बाड़ा, लश्कर क्षेत्र में 700 बसों के एक साथ सड़कों पर आने से कई जगह ट्रैफिक जाम की स्थिति बनती है। जिसमें अन्य वाहन चालकों को भी परेशान होना पड़ता था।
30 मिनट का टाइम मैनेजमेंट से राहत
लगातार स्कूल बसों से हो रहे ट्रैफिक जाम का हल कुछ समय पहले जिला प्रशासन, पुलिस व क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी और शिक्षा विभाग के अफसरों की बैठक में निकाला गया था। यातायात पुलिस व परिवहन विभाग की प्लानिंग पर 30 मिनट का टाइम मैनेजमेंट फंडा तैयार किया था।
इस प्लान में तय हुआ था कि शिवपुरी लिंक रोड स्थित प्रायवेट स्कूलों की टाइमिंग सुबह 7.30 से 1.30 बजे तक रखी जाए और मुरार बड़ागांव, थाटीपुर के प्रायवेट स्कूल 8 बजे से 2 बजे तक रखे जाएं। ऐसे में शहर में दोनों तरफ के स्कूलों से एक साथ बस न आते हुए छुट्टी में 30 मिनट का अंतराल के बाद आएंगी। इससे सड़कों पर स्कूल बसों का दबाव कम होगा और जाम से राहत मिलेगी।