भोपाल। पितृपक्ष आने में भले ही अभी डेढ़ माह से अधिक का समय हो, लेकिन वृद्धाश्रमों (old age homes) में पितरों की याद में भोजन कराने के लिए बुकिंग अभी से होने लगी है। यह स्थिति तीनों वृद्धाश्रम की है। यहां पर कुछ लोगों ने पूरा एक दिन का भोजन कराने के लिए दान में रुपए दिए हैं तो किसी ने दोनों समय खाना खिलाने के लिए सामग्री उपलब्ध कराई है। इधर, वृद्धाश्रमों के प्रभारियों को कहना है कि शहर में पितरों को भोजन कराने के लिए लोग कई माह पहले से ही निर्धारित तिथि की बुकिंग करा देते हैं, जिस दिन दानदाता की बारी आती है तो वे उस तिथि पर आकर बुजुर्गों को खाना खिलाकर उनका आशीर्वाद लेते हैं। श्रादपक्ष
पितृपक्ष 13 से 28 सितंबर तक रहेगा। इस अवधि में शहर के वृद्धाश्रमों में बुजुर्गों को खाना खिलाने के लिए लोग अभी से बुकिंग कर रहे हैं। कई भोजन कराने वाले अपना नाम गुप्त रखना चाहते हैं। आसरा वृद्धाश्रम की केयरटेकर राधा ने बताया कि उनके यहां आश्रम में 98 बुजुर्ग हैं। पितृपक्ष में खाना खिलाने के लिए लोग बुकिंग के लिए आ रहे हैं। कई लोग निर्धारित तिथि में ही बुजुर्गों को खाना खिलाने के लिए पूछताछ कर रहे हैं। यही स्थिति आनंदधाम और अपना घर वृद्धाश्रम की है।
अपना घर :
पूर्णिमा और अमावस्या की हो गई बुकिंग
आनंदधाम वृद्धाश्रम
चार तिथियों की बुकिंग : अपना घर की संचालिका माधुरी मिश्रा ने बताया कि पितृपक्ष में खाना खिलाने के लिए सबसे ज्यादा पूछताछ हो रही है। उन्होंने बताया कि एक माह पहले ही 13 और 28 सितंबर के साथ अन्य चार तिथियों की बुकिंग हो चुकी है। सबसे ज्यादा पूछताछ पूर्णिमा और अमावस्या के लिए हो रही है।
आनंदधाम वृद्धाश्रम के मैनेजर अरुण कुमार ने बताया कि उनके यहां पर वैसे तो हर रोज बुजुर्गों को खाना खिलाने के लिए लोग पूछताछ करते हैं, लेकिन अब पितृपक्ष के लिए लोग पूछताछ कर रहे हैं, जो पहले आकर बुकिंग करा देता है उसी को अवसर मिलता है। उनका कहना है कि लोग अपने पितरों की तिथि पर खाना खिलाना पसंद करते हैं। उन्होंने बताया कि उनके यहां 29 बुजुर्ग है।
सेहत का ख्याल : इसलिए बनता है सादा भोजन
तीनों आश्रमों के केयरटेकर का कहना है कि बुजुर्गों की सेहत को देखते हुए बुकिंग के दौरान सादा खाना दिया जाता है। केवल एक दिन रोटी की जगह पूड़ी दी जाती है। तेज मसाले और तेल-घी में पका हुआ भोजन बुजुर्गों को नहीं दिया जाता। फल जरूर दिए जाते हैं। इसमें किसी तरह का बंधन नहीं है। फल उनकी सेहत के लिए अच्छे होते हैं। इसलिए दानदाताओं को बुजुर्गों के देने के लिए फल लाने के लिए कहा जाता है।
भोपाल के तीनों आश्रम के भोजन रेट
आसरा वृद्धाश्रम
90 बुजुर्गों की संख्या
3500 एक समय के भोजन 2 हजार नाश्ते का 9 हजार रुपए पूरे दिन के खाने का
आनंद धाम वृद्धाश्रम
29 बुजुर्गों की संख्या
2500 एक समय के भोजन
1 हजार नाश्ते का
5500 रुपए पूरे दिन के खाने का
अपना घर वृद्धाश्रम
24 बुजुर्गों की संख्या 3100 एक समय के भोजन
1000 नाश्ते के लिए
4100 पूरे दिन के खाने का