खबर आ रही है कि WhatsApp प्रबंधन कई भारतीय नागरिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने जा रहा है। यदि आपने दिसम्बर 2017 के बाद किसी को ऑटोमैटेड मैसेज, बल्क मैसेज या नॉन पर्सनल यूज मैसेज किए हैं तो आप भी इसकी जद में आ सकते हैंं। कंपनी का कहना है कि WhatsApp का गलत यूज करने वालों के खिलाफ लीगल कार्रवाई की जाएगी।
WhatsApp ने एक पोस्ट में लिखा है, ‘दिसंबर 2017 से WhatsApp उन लोगों के खिलाफ लीगल ऐक्शन लेगा जो हमारी टर्म्स एंड सर्विस का उल्लंघन करते हुए गलत काम कर रहे हैं या किसी को गलत काम करने में मदद कर रहे हैं। इनमें ऑटोमैटेड मैसेज, बल्क मैसेज या नॉन पर्सनल यूज शामिल है।
WhatsApp के इस पोस्ट से ये साफ हो गया है कि कंपनी स्पैम मामले को गंभीरता से ले रही है। दुनिया भर में WhatsApp के 1.5 अरब यूजर्स से हैं। हाल ही में कंपनी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के जरिए कई स्पैम अकाउंट्स की पहचान करने की बात की है।
WhatsApp के एक प्रवक्ता ने टेक क्रंच से कहा है, ‘WhatsApp को प्राइवेट मैसेजिंग के लिए डिजाइन किया गया था, इसलिए हम दुनिया भर में बल्क मैसेज को रोकने के लिए कदम उठाया है और वॉट्सऐप अकाउंट के गलत यूज को लिमिट किया है। हमने अब्यूज को पहचान करने की क्षमता भी बढ़ाई है जो हर महीने दुनिया भर में 2 अरब अकाउंट्स की मदद कर रहा है।’
गौरतलब है कि पिछले साल से लगातार वॉट्सऐप पर अब्यूज, मिस इनफॉर्मेशन और फेक न्यूज काफी तेजी से बढ़े हैं। चूंकि भारत में वॉट्सऐप के सबसे ज्यादा यूजर्स हैं, इसलिए इन सब का सबसे ज्यादा असर भारत में ही होता है। भारत सरकार ने वॉट्सऐप से मांग की थी कि फर्जी खबर या अफवाह फैलाने वाले का ऑरिजिन ट्रैक करने वाला टूल वॉट्सऐप डेवेलप करे, लेकिन वॉट्सऐप ने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया है। WhatsApp के इनकार करने के पीछे कंपनी की दलील ये है कि ये प्लेटफॉर्म एंड टु एंड एन्क्रिप्टेड है और ऐसा करने से वॉट्सऐप की पहचान ही खो जाएगी।