जयपुर। लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद से राजस्थान कांग्रेस में आपसी खींचतान जारी है। राज्य में पार्टी दो धड़ों में साफतौर पर बंटी हुई दिखाई दे रही है। एक धड़ा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का समर्थन कर रहा है, तो दूसरा उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का और उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहा है। बुधवार को कांग्रेस के एक विधायक ने खुलकर मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
कांग्रेस विधायक पृथ्वीराज मीणा ने कहा, 'सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनना चाहिए। उन्हीं की वजह से बहुमत आया था। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का अब प्रभाव नहीं रहा।' उन्होंने आगे कहा, 'जाट उनसे नाराज, गुर्जर भी उनसे नाराज, वोट देगा कौन? युवा आदमी सीएम बनता है तो कुछ करता है।'
यह पहली बार नहीं है जब पार्टी के कुछ पदाधिकारियों और नेताओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ आवाज उठाई है। पार्टी की स्पष्ट सलाह के बावजूद लोकसभा चुनाव में करारी हार के लिए आत्ममंथन की मांग उठाते हुए पार्टी के ही तमाम पदाधिकारियों ने सीएम गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमिटी के एक सचिव की राय है कि पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को अशोक गहलोत की जगह मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने पांच साल तक जो कड़ी मेहनत की उसी की वजह से विधानसभा चुनाव में पार्टी को जीत हासिल हुई।
जोधपुर सीट से चुनाव लड़ रहे अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत की चुनाव में बुरी तरह हार हुई है, जिसका ठीकरा गहलोत ने सचिन पायलट पर फोड़ा था। गहलोत ने कहा था कि जोधपुर सीट पर हार की जिम्मेदारी पायलट को लेनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने दावा किया था कि पार्टी यहां भारी मतों से जीत रही है। बता दें कि हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। राजस्थान की सभी 25 सीटों पर बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने कब्जा किया है।