इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा कॉमन एंट्रेस टेस्ट में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए सिर्फ तीन दिन शेष हैं। 21 विभागों से संचालित 57 कोर्स की तीन हजार सीटों के लिए अब तक दस हजार से ज्यादा विद्यार्थियों ने आवेदन किए हैं। पीएचडी-एमफिल प्रोग्राम के लिए भी विद्यार्थियों ने अधिक रुचि दिखाई है। इसके लगभग दो हजार आवेदन आए हैं। सीईटी 23 जून को कराई जाएगी। वहीं पीएचडी-एमफिल की परीक्षा जुलाई के पहले सप्ताह में होना है।
सत्र 2019-20 को लेकर विवि ने सीईटी में बदलाव किया है, जिसमें साइंस और नॉन साइंस ग्रुप में कोर्स को बांटा गया है। इसमें यूजी-पीजी के अलावा इंटीग्रेटेड कोर्स शामिल है। 20 मई से शुरू हुए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में अब तक 10673 आवेदन आए हैं। इसमें ग्रुप ए1 में 4617 आवेदन, ए2 में 1874, बी1 में 3647 और बी2 में 535 आवेदन आए हैं।
विद्यार्थियों ने तीन वर्षीय पाठ्यक्रम के ए1 और एमबीए कोर्स के बी1 ग्रुप को लेकर अधिक दिलचस्पी दिखाई है। ज्यादातर एमबीए पाठ्यक्रम आईएमएस और आईआईपीएस से संचालित होते हैं। इस बार 25 अलग-अलग शहरों में ऑनलाइन परीक्षा होगी। जबकि काउंसलिंग ऑफलाइन कराने का फैसला लिया है। एडमिशन सेल प्रभारी डॉ. विजय बाबू गुप्ता ने बताया कि रजिस्ट्रेशन के लिए विद्यार्थियों के पास 10 जून तक का समय है। अब शेष तीन दिनों में पांच-सात हजार आवेदन आने की उम्मीद है।
यूजी-पीजी कोर्स के अलावा इन दिनों पीएचडी-एमफिल में भी रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं। पीएचडी में 500 और एमफिल में 400 सीटें बताई जा रही हैं। इन सीटों पर लगभग दो गुना आवेदन आ चुके हैं। अभी तक 2000 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, सीईटी के बाद पीएचडी-एमफिल की प्रवेश परीक्षा होगी।